पटना: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार कोनए संसद का उद्घाटन कर दिया है. कई विपक्षी दलों ने उद्घाटन कार्यक्रम का बहिष्कार किया. इसको लेकर उसमें जदयू भी शामिल हैं. जदयू के तरफ से पटना में धरना और अनशन भी किया गया. जिसमें पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह भी शामिल हुए. ललन सिंह ने कहा कि देश में अभी अघोषित आपातकाल है. सभी संवैधानिक संस्थाओं पर केंद्र सरकार का नियंत्रण है. उन्होंने कहा कि यदि 2024 में नरेंद्र मोदी जीत गए तो इनके विरोध में बोलने वाले को सड़क से उठा लिया जाएगा और जेल में डाल दिया जाएगा.
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जनता देगी जवाब:ललन सिंह ने कहा कि इसका जीता जागता प्रमाण राहुल गांधी हैं. उन्होंने भाजपा के खिलाफ भाषण दिया. संसद में इनके खिलाफ उनकी सदस्यता समाप्त करा दी. सदस्यता समाप्त हुई और दूसरे दिन उनको घर खाली करने का नोटिस थमा दिया. यही इनका लोकतंत्र है. सुशील मोदी और भारतीय जनता पार्टी के नेता यही चाहते हैंं. लेकिन इस तरह के लोकतंत्र को देश की जनता स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं है. पटना हाईकोर्ट के समीप आंबेडकर मूर्ति के पास धरना देते हुए ललन सिंह ने कहा कि जब संसद भवन के निर्माण का शिलान्यास किया गया. उस समय भी दलित राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को बुलाया नहीं गया, जबकि उस समय हम लोग महागठबंधन में थे. उसके बावजूद राष्ट्रपति चुनाव में समर्थन दिया था, लेकिन उनका भी अपमान किया गया.