पटना: बिहार में बीजेपी के साथ कभी 2019 और 2020 में साथ चुनाव लड़ चुकी जेडीयू अब बीजेपी को हराने का संकल्प ले चुकी (Lalan Singh statement about defeating BJP) है. विरोधी दल RJD के साथ मिलकर सरकार बनाने के बाद जनता दल यूनाइटेड के सुर ही बदल गए हैं. RJD अध्यक्ष लालू प्रसाद से मुलाकात के बाद जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि 2024 के लोकसभा चुनाव (Lok Sabha elections 2024) में बीजेपी को 20 सीट पर हराने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. इसके लिए लालू जी का आशीर्वाद भी लिया है. इस बार 2024 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी को उखाड़ फेंकेंगे.
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''लालू जी से आशीर्वाद लिए हैं कि 2024 के चुनाव में बीजेपी को उखाड़ फेंकना है. बीजेपी को 40 सीट पर हरवाने का लक्ष्य रखा है. जैसे ही ये बिहार, बंगाल और झारखंड में 40 सीट पर हमलोग हरवाए वैसे ही इनकी हार पक्की है. क्योंकि बीजेपी को लोकसभा में 303 सीट है. 40 सीट के कम होते ही बहुमत से पीछे रह जाएंगे''- ललन सिंह, राष्ट्रीय अध्यक्ष, जेडीयू
बीजेपी ने दिया है अकेले लड़ने का चैलेंज: 2024 और 2025 में सीएम नीतीश के साथ चुनाव लड़ने की घोषणा करने वाली बीजेपी भी नीतीश के खिलाफ मोर्चा खोल चुकी है. सरकार गिरते ही बीजेपी नीतीश पर हमलावर है. BJP के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. संजय जायसवाल ने सीएम नीतीश कुमार को 2024 का चुनाव अकेले लड़ने का चुनौती दे चुके हैं. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री बनने के लिए सीएम नीतीश कुमार ने गठबंधन तोड़ दिया.
"प्रधानमंत्री का सपना देखने वाले को ना बिहार में जनता पसंद करती है ना देश में. नीतीश कुमार चाहते हैं उन्हें कोई प्रधानमंत्री बना दे. सोनिया गांधी ने उन्हें लालच दिया तो प्रधानमंत्री बनने के लिए जदयू ने पाला बदला है. मैं सीएम को चैलेंज करता हूं कि अकेले अपने दम पर 2024 का चुनाव लड़कर दिखाएं."- संजय जायसवाल, प्रदेश अध्यक्ष, बिहार बीजेपी
बिहार में महागठबंधन की सरकार: गौरतलब है कि बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व में एक बार फिर से महागठबंधन की सरकार बन गई है. नीतीश कुमार ने बुधवार को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है. साथ में तेजस्वी यादव ने भी डिप्टी सीएम के तौर पर शपथ ले चुके हैं. मंत्री पद को लेकर पहले से ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव के बीच चर्चा हो चुकी है. आरजेडी को 18 मंत्री पद मिल सकते हैं तो वहीं जेडीयू को 13 मंत्री पद और कांग्रेस के हिस्से में तीन मंत्री पद जा सकता है. इसके अलावा अगर माले मंत्रिमंडल में शामिल होने के लिए तैयार होगा तो एक मंत्री पद माले को भी मिलेगा. जीतनराम मांझी की पार्टी हम से एक और एक निर्दलीय का भी मंत्री बनना तय है.