पटना: पश्चिमबंगाल चुनाव पर ऐसे तो पूरे देश की नजर है. लेकिन बिहार से सटे होने के कारण बिहार की प्रमुख सत्ताधारी पार्टी जदयू भी चुनाव में कूदने की तैयारी कर रही है. वैसे तो पहले ही पार्टी के पश्चिम बंगाल प्रभारी गुलाम रसूल बलियावी ने 75 सीट पर चुनाव लड़ने की घोषणा की थी. राष्ट्रीय कार्यकारिणी और राष्ट्रीय परिषद की बैठक में तय हो चुका है कि जदयू कई राज्यों में चुनाव लड़ेगा. सबसे पहला चुनाव बंगाल का है और इसलिए पार्टी की नजर पश्चिम बंगाल चुनाव पर है.
आरसीपी सिंह से मिले कार्यकर्ता आरसीपी सिंह से मिले कार्यकर्ता
अभी हाल ही में बबलू महतो के नेतृत्व में बंगाल से बड़ी संख्या में जदयू के कार्यकर्ता आरसीपी सिंह से आकर मुलाकात भी कर चुके हैं. कामतापुर डेमोक्रेटिक पार्टी जदयू के साथ काम करने के लिए भी तैयार है. पार्टी के भरत सिंह भी आकर आरसीपी सिंह से मिल चुके हैं. पश्चिम बंगाल के जदयू कार्यकर्ता चाहते हैं कि जदयू मजबूती से पश्चिमबंगाल में चुनाव लड़े पार्टी का इस बार खाता भी खुलेगा.
जदयू राष्ट्रीय महासचिव रविंद्र सिंह पश्चिम बंगाल के युवा कार्यकर्ताओं में काफी जोश है. सभी चाहते हैं कि पार्टी वहां मजबूती से संगठन के विस्तार के साथ पश्चिम बंगाल चुनाव को लेकर फैसला लें. लेकिन अभी चुनाव की तिथि घोषित नहीं हुई है, पश्चिम बंगाल चुनाव की तिथि घोषित होने पर पार्टी विचार करेगी- रविंद्र सिंह, राष्ट्रीय महासचिव, जदयू
जदयू राष्ट्रीय महासचिव रविंद्र सिंह जदयू रणनीति का जल्द करेगी खुलासा
जदयू पहले भी कई राज्यों में चुनाव लड़ चुकी है. पश्चिम बंगाल में बीजेपी से ममता बनर्जी का इस बार मुकाबला है. पार्टी इसलिए कोई बड़ा फैसला अभी नहीं ले पाई है. लेकिन बीजेपी के नेता पहले ही कहते रहे हैं कि जदयू के साथ केवल बिहार में ही गठबंधन है. कई राज्यों में पहले भी जदयू चुनाव लड़ी है. इसके बावजूद जदयू पश्चिम बंगाल चुनाव को लेकर अपनी रणनीति का खुलासा करने से बच रही है.
पश्चिम बंगाल चुनाव पर जेडीयू की रणनीति मजबूती से चुनाव लड़ेगी जदयू
पार्टी के नेता यह जरूर कह रहे हैं कि इस बार मजबूती से जदयू चुनाव लड़ेगी और नीतीश कुमार के जो कार्यक्रम बिहार में शराबबंदी और अन्य बड़े कार्यक्रम चल रहे हैं. उसे वहां की जनता के सामने रखेगी. जदयू सूत्रों की मानें तो पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी चुनाव प्रचार में पश्चिम बंगाल जाएंगे.