पटना: जदयू के राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) और राज्यसभा में दल के नेता आरसीपी सिंह ने गूगल मीट एवं फेसबुक लाइव के माध्यम से युवा जदयू से संवाद किया. युवा विचार-विकसित बिहार-नीतीश कुमार” के कार्यक्रम की शुरुआत के बाद अपने संबोधन में आरसीपी सिंह ने कहा कि युवाओं को सबसे पहले ‘युवा’ शब्द के अर्थ को समझना चाहिए. युवा को केवल उम्र से जोड़कर नहीं देख सकते. युवा का अर्थ है – ऊर्जा और अपार क्षमता होता है. बस उन्हें विचारों से लैस हो जाना है ताकि वह समाज के निर्माण में बड़ी भूमिका निभा सकें.
समाजवादी सोच को बचाकर रखने वाली जदयू एकमात्र पार्टी
आरसीपी सिंह ने कहा कि दल के युवा साथियों को अपने नेता नीतीश कुमार की विचारधारा से जरूर वाकिफ होना चाहिए. उनकी विचारधारा न्याय के साथ विकास की समावेशी विचारधारा है. इसकी झलक आप उनके हर कार्य में देख सकते हैं. उनके प्रेरणास्रोत गांधी, जेपी, लोहिया, बाबासाहेब अंबेडकर और जननायक कर्पूरी ठाकुर हैं. इन्हीं महापुरुषों के विचार और सोच को हमारे नेता ने जमीन पर लागू किया है और हमेशा समाज के अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति की चिन्ता की है. आज जदयू एकमात्र ऐसी पार्टी है जिसने न केवल समाजवादी सोच को बचाकर रखा है बल्कि उसका संवर्द्धन भी किया है. हमारे नेता ने कभी परिवारवाद को प्रश्रय नहीं दिया. अगर आप में मेधा और क्षमता है तो उस अनुरूप आप परिश्रम करते हैं तो इस दल में आप कोई भी पद पा सकते हैं.
उपलब्धियों को बताने में 90% विपक्ष को जवाब देने में 10% समय दें
आरसीपी सिंह ने युवाओं से कहा कि अपना समय ऐसी चीजों में लगाएं, जिससे आपकी ऊर्जा बढ़े. समय का उपयोग सकारात्मक सोच के साथ करें. किसी के कटाक्ष पर नहीं करें, जैसा कि आपके नेता कहते हैं, अपना 90 प्रतिशत समय अपने कार्यों एवं उपलब्धियों को बताने में लगाएं और विरोधियों को जवाब देने में शेष 10 प्रतिशत समय दें. आरसीपी सिंह ने कहा कि युवाओं की बात हो रही हो तो रोजगार की बात भी जरूरी है. नीतीश कुमार ने बीपीएससी जैसी संस्थाओं को पारदर्शी बनाकर भ्रष्टाचार से मुक्त किया। इसके द्वारा पति-पत्नी की सरकार के 15 वर्षों में महज 7022 नियुक्तियां हुईं. वहीं नीतीश कुमार के 15 वर्षों में 16506 नियुक्तियां हुईं. लाखों शिक्षकों की बहाली हुई. बड़ी संख्या में पुलिस में भर्ती हुई.