पटना:पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी (Former Chief Minister Rabri Devi) को विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष बनाए जाने को लेकर जदयू ने निशाना साधते हुए खुला पत्र (JDU open letter to RJD) जारी किया है. जदयू प्रवक्ता अरविंद निषाद (JDU spokesperson Arvind Nishad) ने कहा कि कहने के लिए नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ए टू जेड आरजेडी को बता रहे हैं. लेकिन आरजेडी परिवार से बाहर नहीं निकल पा रही है.
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जदयू ने जारी किया पत्र:जदयू प्रवक्ता ने कहा कि पार्टी में राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव, विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव, विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष अब राबड़ी देवी, सांसद मीसा भारती और विधायक तेज प्रताप यादव हैं. दूसरे के लिए पार्टी में कोई जगह नहीं है. दलित पिछड़ा अति पिछड़ा वर्ग के लोगों को कहीं जगह नहीं दिया गया है. ना हीं अपर कास्ट के लोगों को ही सम्मान दिया जा रहा है.
"जगदानंद सिंह को प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया है. लेकिन उनके बेटे अजीत सिंह ने जदयू में शामिल होने के बाद जो खुलासा किया है उसी से साफ हो जाता है कि वहां अपर कास्ट के लिए भी कोई सम्मान नहीं है. वहां अपमानित किया जा रहा है. राजद में प्रमुख पद परिवार के पास है. जो स्थान बच भी गया है वो धन बल वालों के लिये है."- अरविंद निषाद,जदयू प्रवक्ता
बिहार विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष बनीं राबड़ी देवी:बिहार की पूर्व सीएम राबड़ी देवी को बिहार विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष बनाया गया है. राजद ने इस आशय का पत्र बुधवार को सदन के कार्यकारी सभापति को सौंप दिया था. जिसके बाद सभापति ने पूर्व सीएम राबड़ी देवी को नेता प्रतिपक्ष का दर्जा दे दिया है. बता दें कि बिहार विधान परिषद में कुल सीटों की संख्या 75 है. नेता विरोधी दल का दर्जा प्राप्त करने के लिए कम से कम 8 सीटों की जरूरत होती है. फिलहाल आरजेडी के 11 एमएलसी हैं.