JDU विधान पार्षद खालिद अनवर का बयान पटना:राजद के वरिष्ठ नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी के विवादास्पद बयान को लेकर जनता दल यूनाइटेड ने प्रतिक्रिया दी है. विधान पार्षद खालिद अनवर ने कहा है कि महिलाओं को लेकर हमारी पार्टी हमेशा सम्मान की बात करती है. महिलाओं के पहनावा ओढावा को लेकर कभी भी टिप्पणी नहीं होनी चाहिए.
JDU का अब्दुल बारी सिद्दीकी पर हमला: विधान पार्षद खालिद अनवर ने कहा कि लगातार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बिहार में महिलाओं को आगे बढ़ाने का काम करते रहे हैं और महिला आरक्षण का हम लोगों ने शुरू से ही समर्थन किया था. उन्होंने कहा कि आरक्षण के अंदर आरक्षण के कोटा की मांग जरूर हम लोग करते हैं. किस संदर्भ में अब्दुल बारी सिद्दीकी ने यह बयान दिया है यह हमें नहीं पता है. वह भी एक समाजवादी नेता हैं.
"अब्दुल बारी सिद्दीकी वरिष्ठ नेता हैं, लेकिन इस तरह का बयान कहीं से भी उचित नहीं है. पंचायती राज से लेकर सरकारी नौकरियों में भी महिलाओं को आरक्षण देने का काम सबसे पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ही किया है. हमने ओबीसी महिलाओं को भी आरक्षण देने की मांग की थी. लेकिन भारतीय जनता पार्टी की सरकार हमारी बात को नहीं सुन रही है."- खालिद अनवर,विधान पार्षद,जेडीयू
'ऐसे बयान देने वालों को हम प्रमोट नहीं करते': हम पहले दिन से महिला आरक्षण का समर्थन कर रहे थे लेकिन इसमें हम पिछड़ा अति पिछड़ा और दलित समाज की महिलाओं को भी आरक्षण की मांग कर रहे थे. इसको लेकर केंद्र सरकार ने कुछ नहीं किया. आरजेडी पहले दिन से ही कह रही है कि इसमें ओबीसी, ईबीसी और दलितों के लिए प्रावधान होना चाहिए. लेकिन बीजेपी ने अनदेखा कर दिया. महिला आरक्षण के जरिए आम आरक्षण को कमजोर करने की कोशिश की गई है. इसपर बात होनी चाहिए. महिलाओं को अधिकार है कि वो लिपस्टिक लगाने बाल कटवाने या किस तरह के कपड़े पहने इसका निर्णय लेने के लिए स्वतंत्र हैं. हम लोग ऐसी बात करने वाले लोगों को प्रमोट नहीं करते हैं. हम ऐसी चीजों से दूरी बनाकर रखते हैं.
क्या कहा था सिद्दीकी ने?: बता दें कि शुक्रवार को मुजफ्फरपुर में आरजेडी के अत्यंत पिछड़ा प्रकोष्ठ की मीटिंग के दौरान अब्दुल बारी सिद्दीकी ने कहा था कि अगर संसद में बॉब कट और लिपस्टिक पाउडर वाली महिलाएं आ जाएंगी तो आपकी महिलाओं को कुछ हक-हुकूक नहीं मिलेगा. उन्होंने आगे कहा था कि अगर आरक्षण देना है तो पिछड़ा और अत्यंत पिछड़ा समाज की महिलाओं को भी आरक्षण दें, उनके लिए कोटा तय हो.