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बलियावी के बदले सुर, कहा- CM के ऐलान से CAA, एनपीआर और एनआरसी पर दूर हो रहा कंफ्यूजन

जेडीयू विधान पार्षद गुलाम रसूल बलियावी का कहना है कि सीएम के ऐलान के बाद अल्पसंख्यकों का कंफ्यूजन दूर हो रहा है. वहीं, विपक्षी नेताओं के आंदोलन पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर ज्यादा हम दर्द हैं तो अपने लोगों के साथ भी रोड पर उतरे.

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Published : Feb 4, 2020, 11:54 AM IST

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जेडीयू विधान पार्षद गुलाम रसूल बलियावी

पटना: सीएए, एनपीआर और एनआरसी को लेकर जेडीयू विधान पार्षद गुलाम रसूल बलियावी के सुर बदल गए हैं. बलियावी का कहना है कि मुख्यमंत्री ने साफ कर दिया है कि बिहार में एनआरसी लागू नहीं होगा. वहीं, एनपीआर को लेकर उन्होंने सुझाव दिया है और सीएए का मामला कोर्ट में है.

गुलाम रसूल बलियावी ने ईटीवी भारत से बातचीत में विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि लोग समझने लगे हैं. विपक्ष का यह खेल लंबे समय तक यह सब चलने वाला नहीं है. बलियावी ने कहा कि हम लोग लोगों के बीच जा कर समझाने की कोशिश कर रहे हैं. लोग अब समझने भी लगे हैं. तेजस्वी, कन्हैया सहित विपक्ष के नेताओं के मुस्लिम बहुल इलाकों में जाने पर भी बलियावी ने निशाना साधा. उन्होंने कहा कि यदि सचमुच हमदर्द है तो ये लोग भी अपने लोगों के साथ रोड पर उतरे.

ईटीवी भारत संवाददाता से खास बातचीत करते जेडीयू एमएलसी

जेडीयू नेताओं के साथ बैठक कर चुके हैं नीतीश
बता दें कि नीतीश कुमार ने हाल ही में सीएम ने अपने आवास पर जेडीयू नेताओं के साथ बैठक की थी. जिसमें सांसद, विधायक विधान पार्षद और प्रखंड स्तर से लेकर प्रदेश स्तर तक के नेता बैठक में शामिल हुए थे. सीएम ने विशेषकर मुस्लिम नेताओं को बिहार में एनआरसी लागू नहीं होने देने की बात को समझाने का निर्देश दिया. वहीं, एनपीआर भी 2011 जनगणना की तरह है इसे बताने का नेताओं को टारगेट दिया गया. जिसके बाद पार्टी स्तर पर हरसंभव कोशिश भी हो रही है.

देखिये रिपोर्ट

सीएम से नाराज चल रहे थे बलियावी
सीएम के निर्देश पर बाद मुस्लिम विधान पार्षदों ने मुस्लिम बहुल इलाकों में दौरा भी किया है. लेकिन जेडीयू के कुछ मुस्लिम विधायक अभी भी नाराज हैं. सीएए और एनआरसी को लेकर पार्टी आलाकमान पर सवाल खड़ा करने वाले नेताओं में प्रशांत किशोर विधान, पार्षद गुलाम रसूल बलियावी भी थे. बलियावी पार्टी के बड़े मुस्लिम चेहरा हैं. बलियावी ने मुख्यमंत्री को पत्र भी लिखा था. लेकिन अब बलियावी के सुर बदल गए हैं.

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