पटना:जब से बिहार में बीजेपी और जेडीयू का गठबंधन टूटा है और महागठबंधन की सरकार बनी है, तब से भारतीय जनता पार्टी के नेता सत्ता पक्ष पर हमलावर हैं. कभी जेडीयू के आरजेडी में विलय का दावा किया जा रहा है तो कभी जेडीयू को तोड़कर तेजस्वी यादव के मुख्यमंत्री बनने की भविष्यवाणी की जा रही है. इस बीच उपेंद्र कुशवाहा ने बीजेपी पर हमला बोला (Upendra Kushwaha attacks BJP) है. उन्होंने ट्वीट कर कहा कि कितना भी नाक-पैर रगड़ लें, बिहार में अब दाल नहीं गलने वाली है.
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उपेंद्र कुशवाहा ने बीजेपी पर हमला बोला: जेडीयू संसदीय बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा, "कितना भी नाक-पैर रगड़ लें, बिहार में अब इनकी दाल नहीं गलने वाली है. अमन-चैन और सौहार्दपूर्ण वातावरण में रह रहे बिहार के लोगों पर इनके कुत्सित प्रयासों का कोई असर नहीं पड़ने वाला."
बीजेपी और जेडीयू में जुबानी जंग: असल में पिछले दिनों बीजेपी सांसद सुशील कुमार मोदी ने एक अखबार की कटिंग ट्वीट करते हुए लिखा था कि "जदयू का राजद में होगा विलय या पार्टी ही नहीं बचेगी". इसके जवाब में कुशवाहा ने भी एक लंबा सा चिठ्ठा लिख डाला है. इसमें उन्होंने सुशील मोदी के इस बयान को आपत्तिजनक और अपमानजनक बताया है. बीजेपी के नेता लगातार ये बोल रहे हैं कि उन्होंने हमारी पार्टी और नेता पर कृपा की है. केंद्र में मंत्री और मुख्यमंत्री बनाया. कुशवाहा ने बीजेपी को 1995-96 से पहले का दौर याद दिलाते हुए कहा कि तब बीजेपी पार्टी अछूत हुआ करती थी. कोई भी दल इस पार्टी से दोस्ती नहीं करना चाहते थे. उस समय बीजेपी के लिए समता पार्टी के तत्कालीन नेता स्व. जॉर्ज फर्नांडिस और नीतीश कुमार ने बीजेपी के मुंबई अधिवेशन में भाग लिया और तब समता पार्टी से गठबंधन की नींव पड़ी. तब अगर जॉर्ज-नीतीश की कृपा नहीं होती तो आज बीजेपी का कोई अतापता नहीं होता.
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