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वर्चुअल सम्मेलन में जदयू नेताओं ने भरी हुंकार, कहा- हर दिन स्थापित किये जा रहे विकास के नये आयाम

जदयू के राष्ट्रीय महासचिव आरसीपी सिंह ने हा कि बिहार में सामाजिक न्याय को धरातल पर उतार कर नीतीश कुमार ने दिखाया है. नीतीश कुमार के नेतृत्व में हर दिन विकास के नए आयाम स्थापित किये जा रहे हैं.

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Published : Jul 29, 2020, 3:11 AM IST

जदयू वर्चुअल सम्मेलन
जदयू वर्चुअल सम्मेलन

पटना: विधानसभा चुनाव को लेकर जदयू का वर्चुअल सम्मेलन आज 11 दिन भी चला और पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की टीम आज 24 विधानसभा क्षेत्रों को संबोधित किया. इस दौरान जहां आरसीपी सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार जो कहते हैं, उसे करके दिखाते हैं. वहीं, ललन सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री को विरासत में खाली स्लिप मिला था. जिस पर उन्होंने विकास कर उसे भरने का काम किया है. इसके अलावे विजेंद्र यादव ने कहा कि बिहार के लोगों को तय करना है कि बिहार को किस ओर ले जाना है.

'बिहार में विकास का नया आयाम'
जदयू के राष्ट्रीय महासचिव आरसीपी सिंह, मंत्री नीरज कुमार और संतोष कुमार निराला के साथ दीघा फुलवारी, मसौढ़ी, पालीगंज, शेरघाटी, इमामगंज, बेलागंज और टिकारी विधानसभा क्षेत्र को संबोधित किया. आरसीपी सिंह ने कहा कि बिहार में सामाजिक न्याय को धरातल पर उतार कर नीतीश कुमार ने दिखाया है. समाज के सबसे उपेक्षित और वंचित तबके को पहले सिर्फ राजनीतिक शोषण होता था. नीतीश कुमार ने इस तबके को सामाजि, राजनीतिक और शैक्षणिक रूप से सुदृढ़ किया है.

उन्होंने कहा कि बिहार नीतीश कुमार के नेतृत्व में हर दिन विकास के नए आयाम स्थापित कर रहा है. नीतीश कुमार ने विकास का जैसा मानक स्थापित किया. उसकी कोई तुलना ही नहीं हो सकती है.

'बिहार के कोरे कागज को विकास से भड़ा गया'
जदयू सांसद ललन सिंह ने मंत्री महेश्वर हजारी के साथ तरारी, चैनपुर, काराकाट, विक्रम, अरवल, घोसी और मखदुमपुर विधानसभा क्षेत्र को संबोधित किया. ललन सिंह ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा लालू राबड़ी के 15 वर्षों के कालखंड में अपराधियों का राज था. कोई भी व्यक्ति शाम 7 बजे के बाद अपने घर से बाहर नहीं निकलना चाहता था. कानून नाम की कोई चीज नहीं थी. अपहरण उद्योग, चरवाहा विद्यालय लालू राबड़ी शासन की उपलब्धि रही है.

ललन सिंह, जदयू सांसद

उन्होंने कहा कि लालू राबड़ी राज में स्कूलों की स्थिति बद से बदतर थी और उनके राज में सभी पारा मेडिकल संस्थान को बंद कर दिया गया था. पति-पत्नी की सरकार में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में 1 माह में मात्र 39 मरीज अपना इलाज कराने जाते थे. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य के प्रत्येक जिले में एएनएम, जीएनएम संस्थान की स्थापना की है 15 प्राइवेट और सरकारी मेडिकल कॉलेज आज कार्यरत हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को विरासत में खाली स्लेट मिला था. जिसे उन्होंने 'क' से 'ङ' तक विकास करके भरने का काम किया है.

'जनता को तय करना है बिहार को किस ओर ले जाना है'
वहीं, मंत्री विजेंद्र यादव ने मंत्री संजय झा के साथ साहेबपुर कमाल, खगड़िया, गोपालपुर, मोहनिया, शाहपुर और कटोरिया विधानसभा क्षेत्र के पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं को संबोधित किया. विजेंद्र यादव ने कहा कि बिहार में एक तरफ न्याय के साथ विकास करने वाले नेता हैं. तो दूसरी तरफ वंशवाद और परिवारवाद का गठबंधन आगामी चुनाव में बिहार की जनता को तय करना है कि नीतीश कुमार को फिर से मौका देकर नया बिहार बनाना है या अपने वंश और परिवार के विकास के लिए काम करने वाली पार्टियों को मौका देकर अपने बच्चों का और बिहार का भविष्य अंधकार मय बनाना है.

'बाढ़ को लेकर अलर्ट पर है सरकार'
मंत्री संजय झा ने बिहार में बाढ़ और कोरोना की अद्यतन स्थिति की विस्तार से जानकारी दी. संजय झा ने कहा कि राज्य में कई नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर है. जिन तटबंध पर पानी का दबाव है. वहां जल संसाधन विभाग के इंजीनियर 24 घंटे अलर्ट मोड में है. संजय झा ने कहा कि एंटीजन टेस्ट की सुविधा शुरू हो जाने के कारण प्रतिदिन जांच की संख्या बढ़ रही है और राहत की बात है कि पॉजिटिव मिलने वालों का प्रतिशत लगातार कम हो रहा है. बड़ी संख्या में लोगों में प्रतिरोधक क्षमता विकसित हो चुकी है. साथ ही नवंबर अंत तक भारत में वैक्सीन उत्पादन की भी संभावना है. इसलिए कोरोना से डरने की जरूरत नहीं है सिर्फ जागरूक और सतर्क रहकर खानपान, मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग संबंधी सलाह का पालन करना है.

'बिहार में विकास का महायज्ञ प्रारंभ'
प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह की टीम ने दरौंदा, मांझी, सिकटी कोचाधामन और पूर्णिया विधानसभा क्षेत्र को संबोधित किया. सांसद हरिवंश सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार ने जातीय हिंसा बाहुबलियों के शिकंजे में जकड़े इलाकों अराजकता और आतंक को समाप्त कर बिहार में विकास का महायज्ञ प्रारंभ किया.
हरिवंश सिंह ने कहा सबसे चुनौतीपूर्ण कार्य किसी भी राजनेता के लिए समाज निर्माण का होता है यह कार्य तब और भी मुश्किल हो जाता है जब विरासत में एक बदहाल राज पुनर्निर्माण के लिए मिले. लेकिन नीतीश कुमार ने इस चुनौती को अवसर में बदला. संकीर्ण राजनीतिक हितों को बिल्कुल प्रवाह नहीं की. सड़क, बिजली, शिक्षा के क्षेत्र में साइकिल, पोशाक योजना, विद्यालय भवन का निर्माण इसके साथ कृषि, पर्यावरण और हर क्षेत्र में एक सुव्यवस्थित रोड-मैप पर तेजी से अभी भी कार्य चल रहा है.
वहीं, अशोक चौधरी ने कहा कि बाढ़ और कोरोना से उत्पन्न परिस्थितियों पर मुख्यमंत्री स्वयं लगातार निर्देश दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि भले ही प्राकृतिक आपदा के समय विरोधी दलों के नेता कर्तव्यों का पालन नहीं कर रहे हो. लेकिन अफवाहों और दुष्प्रचार के जरिए लोगों को गुमराह नहीं करना चाहिए.

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