पटना: बिहार विधानसभा चुनाव के तीसरे चरण का मतदान खत्म होने के बाद एग्जिट पोल आ चुका है. एग्जिट पोल के अनुसार, बिहार में कांटे की टक्कर में तेजस्वी यादव की अगुवाई वाला महागठबंधन भाजपा-जदयू के मुकाबले आगे रह सकता है. तेजस्वी के नेतृत्व में महागठबंधन की सरकार बनने की भी बात कही जा रही है. इसको लेकर बिहार में एक बार फिर से सियासत तेज हो गई है. जेडीयू ने एग्जिट पोल को गलत बताया है.
बीजेपी के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी चौबे ने कहा कि सीएम का चेहरा बदल सकता है और नीतीश कुमार केंद्र में जा सकते हैं. इस बयान के साथ ही बिहार में बयानबाजी तेज हो गई है. जेडीयू ने परिणाम के पहले एग्जिट पोल को गलत बताया है. वहीं, केंद्रीय राज्य मंत्री अश्वनी चौबे के बयान पर जेडीयू के नेता नाराज दिख रहे हैं.
डॉ. निहोरा प्रसाद, जेडीयू प्रवक्ता क्या कहते हैं जेडीयू नेता निहोरा प्रसाद
जदयू के प्रदेश महासचिव और प्रवक्ता डॉ. निहोरा प्रसाद ने बताया कि एग्जिट पोल का आंकड़ा गलत है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रदेश में विकास के काम किए हैं. साथ ही लोगों की जान माल की सुरक्षा और विकास को एक नई दिशा देने का कार्य किया है. उन्होंने कहा कि मैं मानता हूं कि बिहार की जनता उपरोक्त बातों को देखते हुए अपना वोट देने का कार्य किया है. उन्होंने आगे बताया कि एग्जिट पोल का आंकड़ा पूरी तरह से गलत होगा. 10 तारीख को निकलने वाले परिणाम में एनडीए की भारी बहुमत दिखेगी और फिर से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार में एनडीए की सरकार बनने से कोई रोक नहीं सकता है.
बहरहाल, सत्तारूढ़ दल खेमे में एग्जिट पोल को लेकर जरूर से सवाल उठने लगा है. साथ ही बौखलाहट से लेकर मायूसी भी दिखाई दे रही है. फिलहाल 10 तारीख के रिजल्ट के दिन है पता चलेगा सकेगा कि बिहार की जनता एनडीए को बहुमत दी है या फिर महागठबंधन को?