पटना: जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने पर पहले विरोध करने वाली जेडीयू अब सरकार के साथ खड़ी है. पार्टी का मानना है कि कश्मीर में अब लोकतंत्र की बहाली होने जा रही है. वहां के हालात धीरे-धीरे सामान्य हो रहे हैं. जम्मू-कश्मीर अब लोकतंत्र बहाली के पथ पर आगे बढ़ रहा है.
जेडीयू प्रवक्ता राजीव रंजन भारतीय जनता पार्टी की सहयोगी पार्टी जेडीयू अब यह मान रही है कि कश्मीर में अब हालात सामान्य हो रहे हैं. जल्दी सब कुछ ठीक-ठाक कर लिया जाएगा.
कश्मीर में लोकतंत्र की बहाली पहली शर्त
जेडीयू प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा कि जम्मू कश्मीर में लोकतंत्र बहाली पहली शर्त है. वहां के हालात धीरे-धीरे सामान्य हो रहे हैं. सरकार के प्रयास से कश्मीर में जल्दी ही लोकतंत्र की बहाली होगी. जिसके भी मन में इसे लेकर संशय है उसे दूर कर दिया जाएगा. कश्मीर में युवाओं को रोजगार मुहैया कराना, विकास का मार्ग प्रशस्त करना करना है. इस फैसले को लेकर अगर कहीं कोई खटास है तो उनको देश की मुख्य धारा में लाने की जरूरत है. यह काम भारत सरकार बखूबी कर रही है.
कश्मीर के हालात पर प्रतिक्रिया देते जेडीयू प्रवक्ता राजीव रंजन अनुच्छेद 370 क्या कहा था आरसीपी सिंह ने
अनुच्छेद 370 हटाये जाने का जेडीयू ने विरोध जताया था. हालांकि बाद में पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद आरसीपी सिंह ने पार्टी का स्टैंड क्लियर करते हुए कहा था कि कानून पारित होने के बाद सम्मान करना हर किसी का फर्ज है. जेडीयू महासचिव आरसीपी सिंह ने संसद से कानून पास होने के बाद कहा था कि, 'अब जबकि विधेयक संसद द्वारा पारित कर दिया गया है, हम आगे वैचारिक मतभेद में शामिल नहीं होना चाहते. अब, हमारी चिंता यह है कि जम्मू-कश्मीर के लोग केंद्र के बेहतर शासन के वादे का लाभ हासिल कर सकें.
गठबंधन पर कोई असर नहीं
दोनों पार्टियों के बीच मतभेद पर स्पष्ट करते हुए कहा था, 'हमारे वैचारिक मतभेदों का बिहार में राजग पर कोई असर नहीं पड़ेगा. गठबंधन बरकरार है और हम अगले साल एक साथ बिहार विधानसभा चुनाव लड़ने की उम्मीद कर रहे हैं.'