पटना: जम्मू कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक रिश्वतकांड को लेकर चर्चा में हैं. मलिक को सीबीआई ने समन किया हैं. पिछले साल अक्टूबर में राजस्थान में एक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने दावा किया था कि जब वो राज्यपाल थे तो फाइल पर हस्ताक्षर करने के लिए उन्हें 300 करोड़ रिश्वत की पेशकश की गई थी. इस बीच, जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने सत्यपाल मलिक के समर्थन में बयान दिया है.
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जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने ट्विट कर लिखा-'मलिक साहब आप लड़ते रहें हैं, जो कायर हैं वे अपने विरोधियों पर सत्ता का इस्तेमाल करते हैं. उनको पता नहीं है कि देश की जनता सब देख रही. आपने जिस दिन रहस्योद्घाटन किया. उसी दिन से ऐसी संभावना थी.' आखिर में ललन सिंह ने लिखा- "सरफरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है, देखना है जोर कितना बाजू-ए-कातिल में है.'
क्या है 300 करोड़ का रिश्वत का मामला : दरअसल, पिछले साल सत्यपाल मलिक एक कार्यक्रम में भाग लेने राज्यस्थान के झुंझुनू पहुंचे थे. इस दौरान मंच से उन्होंने ऐसी बात कह दी, जिससे जांच एजेंसियों के खान खड़े हो गए. सत्यपाल मलिन ने कहा कि जब बो जम्मू कश्मीर के राज्याल थे तो फाइल क्लीयर कराने के लिए 300 करोड़ का ऑफर किया गया था. लेकिन उन्होंने ऐसा कुछ करने से मना कर दिया. हालांकि, मलिक ने इस दौरान किसी का नाम नहीं लिया था. सत्यपाल मलिक के बयान को लेकर ही सीबीआई ने उन्हें तलब किया है. बता दें कि सत्यपाल मलिक अगस्त 2018 से अक्टूबर 2019 तक जम्मू कश्मीर के राज्यपाल रहे थे.
अमित शाह का सत्यपाल मलिक पर पलटवार : बता दें कि सत्यपाल मलिक अक्सर अपने बयानों को लेकर चर्चा में रहते है. पिछले दिनों एक इंटरव्यू के दौरान उन्होंने पुलवामा हमले के लिए केन्द्र को जिम्मेदार ठहराया था. इतना ही नहीं मलिक ने भ्रष्टाचार को लेकर पीएम मोदी पर गंभीर आरोप भी लगाए. हालांकि सत्यपाल मलिक के आरोपों पर केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दो टूक जवाब दिया है. शाह ने कहा कि बीजेपी से अलग होने के बाद उन्हें (सत्यपाल मलिक) ये सारी बातें याद आ रही हैं, क्यों?.