पटना:यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) द्वारा जनसंख्या नियंत्रण कानून (Population Control Law) की चर्चा के बाद बिहार में जदयू में दो फाड़ हो गई है. इस कानून को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) का बयान कुछ और है तो वहीं जदयू के संसदीय बोर्ड के चेयरमैन उपेंद्र कुशवाहा (Upendra Kushwaha) का बयान कुछ और है. इन दोनों नेताओं के बयान को लेकर एनडीए के सहयोगी दल हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (HAM) को कुछ सूझ नहीं रहा है. वहीं विपक्ष एनडीए सरकार पर चुटकी लेना शुरू कर दिया है.
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जनसंख्या नियंत्रण कानून को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपनी साफ राय रखी है. उन्होंने कहा है कि बिहार में हम बच्चियों को पढ़ाना चाहते हैं. जनसंख्या अपने आप नियंत्रण में हो जाएगी. वहीं जदयू संसदीय बोर्ड के चेयरमैन उपेंद्र कुशवाहा इस कानून की सराहना कर रहे हैं. दोनों नेताओं के बयान के बाद बिहार की सियासत गर्म है.
'हमारे यहां जनसंख्या नियंत्रण कानून की जरूरत नहीं है. क्योंकि हमारे यहां बाल विवाह कानून पहले से है. हमारे यहां बच्चियों को पढ़ाया जा रहा है.'- नीरज कुमार, मुख्य प्रवक्ता, जदयू
नीरज कुमार ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने स्पष्ट कह दिया है कि हम इस कानून के पक्ष में नहीं हैं. वही उपेंद्र कुशवाहा द्वारा दिए गए बयान को लेकर नीरज कुमार ने कहा कि हम उनके बयान को ना कहीं सुना है और ना ही कहीं पढ़ा है. लेकिन जो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बयान दिया है, वही पार्टी के लिए सर्वमान्य होगा.