बिहार

bihar

ETV Bharat / state

जायसवाल के खिलाफ फिर JDU के अभिषेक ने खोला मोर्चा, कहा- 'NDA को कमजोर करने में लगे हैं BJP के संजय'

बिहार को विशेष राज्य का दर्जा सिर्फ विपक्ष ही नहीं बल्कि सत्ताधारी पार्टियों के लिए भी अब बड़ा मुद्दा बन गया है. सत्ता में शामिल दो बड़ी पार्टियां ही इस मुद्दे को लेकर एक दूसरे को आईना दिखाने में लगीं हैं. पढ़ें पूरी खबर....

x
x

By

Published : Feb 8, 2022, 12:46 PM IST

पटनाः बिहार को विशेष राज्य के दर्जे (Special Status For Bihar) को लेकर शुरू हुआ जेडीयू और बीजेपी के बीच विवाद थम नहीं रहा है. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल के फेसबुक पोस्ट के बाद जदयू के तरफ से भी लगातार हमला हो रहा है. अब जदयू प्रवक्ता अभिषेक झा (JDU Leader Abhishek Jha On Sanjay Jaiswal) ने बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष पर आरोप लगाया है कि वो गठबंधन को कमजोर करने में लगे हैं. अभिषेक झा ने कहा कि गठबंधन में चार दल हैं और जो कुछ भी कहना है गठबंधन के अंदर बैठकर भी चर्चा की जा सकती है.

ये भी पढ़ें: मंत्री मदन सहनी का बड़ा बयान- केंद्र विशेष राज्य का दर्जा देने में असमर्थ, तो मुद्दा अब त्याग देना चाहिए

अभिषेक झा ने बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल को उनके पोस्ट के आंकड़ों से भी जवाब दिया और कहा कि संजय जयसवाल आर्थिक सर्वेक्षण को ठीक से पढ़ें. यह नीतीश कुमार का ही प्रयास है कि विश्वव्यापी कोरोना संकट के बावजूद बिहार का प्रति व्यक्ति आय लगभग 1,221 रुपये सालाना बढ़ गया है.

बिहार में नल जल योजना को 2016 से ही लागू है और केंद्र की सरकार ने 2019 में इसकी शुरुवात की. 90% कार्य बिहार सरकार ने अपने खर्च पर करवा लिया है तो फिर केंद्र की सरकार से इस मद में मिले लगभग 6000 करोड़ रुपये लेने का कोई औचित्य नहीं बनता है. हर घर बिजली का काम बिहार में 2015 में शुरू होकर 2018 तक पूरा कर लिया गया. केंद्र सरकार ने 2017 में इसकी शुरुआत की.

'बिहार एक कंज्यूमर स्टेट है यहां खरीदारी का सूचकांक बढ़ा है, जो दर्शाता है कि बिहार आगे बढ़ रहा है. खरीदारी का सूचकांक बढ़ा है और इसलिए जीएसटी का हिस्सा भी बढ़ा है. बिहार के मॉडल को तो पूरे देश में अपनाया जाता है. नीतीश कुमार जी की कार्यशैली और साख बताने के लिए यह काफी है'-अभिषेक झा, जदयू प्रवक्ता

जदयू नेता ने कहा कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिलेगा तो बिहार औद्योगिक प्रदेश बनेगा. आज के दौर में बिहार में मानव संसाधन सस्ता है. लेकिन जो रॉ मैटेरियल्स बाहर से आता है, वह महंगा होता है. इस वजह से भी कई उद्योग यहां नहीं लग पाते हैं. विशेष राज्य का दर्जा मिलने से उद्योग लगाने वाले लोगों को इनकम टैक्स में भी छूट मिलेगी और तब बिहार के तरफ उनका रुझान और बढ़ेगा. बिहार को पूर्ण विकसित करने के लिए विशेष राज्य का दर्जा बिहार का अधिकार है.

'कुछ दिनों पूर्व तक आप लोगों ने इस मांग का समर्थन किया और अब इसके खिलाफ बोल कर आप बिहार के आम जनमानस की भावना को ठेस पहुंचा रहे हैं. जहां तक राशि खर्च करने का सवाल है, तो आपने अपने सांसद निधि से कितना खर्च किया है, आपको जानकारी है या सार्वजनिक करूं? आपके क्षेत्र के लोगों की प्रतिक्रिया आपके पोस्ट के कमेंट बॉक्स में है'- अभिषेक झा, जदयू प्रवक्ता

ये भी पढ़ेंःसंजय जायसवाल के बयान पर JDU का पलटवार- 'सदन में तारीफ और फेसबुक पर अपने डिप्टी CM पर खड़े कर रहे सवाल'

बता दें कि विशेष राज्य के दर्जे की मांग को लेकर बिहार में सियासत इन दिनों जोरों पर है. सत्ता में मौजूद दो बड़े दल खुद इस मामले को लेकर लगातार आमने-सामने हैं. बिहार बीजेपी के अध्यक्ष डॉ. संजय जायसवाल ने बीते सोमवार को फेसबुक पर पोस्ट कर आंकड़ों के जरिए बताया था कि महाराष्ट्र की आबादी बिहार से एक करोड़ ज्यादा है, फिर भी बिहार को महाराष्ट्र के मुकाबले 31 हजार करोड़ रुपये ज्यादा मिलते हैं. पश्चिम बंगाल भी बिहार की भांति पिछड़ा राज्य है, लेकिन उसके मुकाबले भी बिहार को 21 हजार करोड़ रुपये ज्यादा मिलता है. राज्य सरकार केंद्र से मिली राशि को खर्च नहीं कर पाती.

बीजेपी अध्यक्ष डॉ. संजय जायसवाल के बयानों का जवाब जेडीयू नेता नीरज कुमार ने भी दिया था. अब जदयू प्रवक्ता अभिषेक झा ने भी बीजेपी नेता पर हमला बोलते हुए, उनके किए गए पोस्ट के आंकड़ों से ही जवाब दिया है.

विश्वसनीय खबरों को देखने के लिए डाउनलोड करेंETV BHARAT APP

ABOUT THE AUTHOR

...view details