पटना:आगामी 2020 विधानसभा चुनाव को लेकर जदयू ने कई स्तरों पर अपनी तैयारी शुरू कर दी है. इसको लेकर पार्टी कार्यालय में लगातार विभिन्न प्रकोष्ठ की बैठक हो रही है. वहीं, 15 दिसंबर से 5 जनवरी के बीच विधानसभा क्षेत्रों में होने वाले सम्मेलन की तैयारी भी शुरू हो गई है. सभी बूथों पर अध्यक्ष और सचिव बनाने का काम भी तेजी से चल रहा है.
बता दें कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविंद्र भवन में राज्य कार्यकारिणी की बैठक में ही ऐलान किया था कि पार्टी 5 जनवरी तक प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में सम्मेलन आयोजित कर लेगी. इसके लिए तैयारी शुरू भी कर दी गई है. पार्टी कार्यालय में लगातार सभी प्रकोष्ठों की बैठक हो रही है. शिक्षा, स्वास्थ्य, विधि, किसान, व्यवसाय सहित एक-एक कर सभी प्रकोष्ठों की बैठक में 2020 चुनाव को लेकर सदस्यों को नीतीश कुमार के सात निश्चय और शराबबंदी सहित अन्य सामाजिक मुद्दे को लेकर लोगों के बीच जाने का निर्देश दिया जा रहा है.
विधि प्रकोष्ठ की बैठक आयोजित 21 हजार से अधिक बनाए गए बूथ अध्यक्ष और सचिव
जदयू ने बूथों पर अध्यक्ष और सचिव बनाने का काम भी तेज कर दिया है. अब तक 21 हजार से अधिक बूथ अध्यक्ष और सचिव बनाए जा चुके हैं. बूथ अध्यक्ष और सचिव बनाने के लिए पार्टी के क्षेत्रीय संगठन प्रभारियों जिला अध्यक्ष, जिला संगठन प्रभारी, प्रदेश और जिला द्वारा नामित विधानसभा प्रभारी, प्रखंड अध्यक्ष, प्रखंड प्रभारी और पंचायतों के अध्यक्ष को विशेष जिम्मेदारी दी गई है.
'बिहार जो शुरू करता है, दूसरे राज्य और केंद्र अपनाते हैं'
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार समीक्षा यात्रा भी कर रहे हैं. अभी हाल ही में उन्होंने 5 जिलों की यात्रा की है और आगे विधानसभा सत्र के बाद कई अन्य जिलों की भी यात्रा करेंगे. सभी प्रकोष्ठ अपने अपने तरीके से कार्यक्रम भी चला रहे हैं. जैसे कि शिक्षा प्रकोष्ठ हर जिले में 10 शिक्षकों को सम्मानित करने की तैयारी कर रहा है. वहीं, पार्टी कार्यलय में आयोजित विधि प्रकोष्ठ की बैठक में भी सीएम की ओर से शुरू किए गए योजनाओं के प्रचार-प्रसार पर जोर दिया गया. विधि प्रकोष्ठ के अध्यक्ष सुभाष शर्मा ने कहा कि बिहार जो कार्यक्रम शुरू करता है, दूसरे राज्य ही नहीं केंद्र भी उसे अपनाता है.
बैठक में शामिल नेता और कार्यकर्ता झारखंड और दिल्ली में अकेले चुनाव लड़ेगी जेडीयू
जदयू झारखंड और दिल्ली में भी चुनाव लड़ने जा रही है. उसके बाद बिहार विधानसभा का चुनाव होगा. हाल ही में पार्टी के संगठन का चुनाव संपन्न हुआ है और अब पार्टी बूथ स्तर तक अपने आप को मजबूत करने में लग गई है.