पटना:पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव परिणाम (Five States Assembly Election Results) पर बिहार की सत्ताधारी पार्टी जेडीयू की भी नजर टिकी हुई है. इस बीच जनता दल यूनाइटेड के लिए मणिपुर से खुशखबरी है. मणिपुर की 60 सीटों में से एक (टिपाईमुख) पर जेडीयू के एनएस सनाते ने जीत हासिल की है. इसके अलावा पार्टी ने जिरीबाम, थंगमीबंद सीट समेत 6 सीटों पर जीत दर्ज की है. जेडीयू का मुख्य आधार बिहार में हैं. ऐसे में राष्ट्रीय पार्टी बनने के लिए मणिपुर में मिले वोट महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेंगे.
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JDU का मणिपुर में जलवा, UP में बुरा हाल:मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Chief Minister Nitish Kumar) की पार्टी जेडीयू ने उत्तर प्रदेश की 28 सीटों पर चुनाव लड़ा है, जहां एक भी सीट पर पार्टी का खाता तक नहीं खुल सका है. वहीं, मणिपुर विधानसभा चुनाव (Manipur Assembly Election) में कुल 60 सीटों में से 38 सीटों पर चुनाव लड़ा है. जहां पार्टी की स्थिति बेहतर दिख रही है. जेडीयू ने यहां 6 सीटों पर जीत दर्ज की है.
'मणिपुर में किंग मेकर की भूमिका में JDU': जेडीयू के विधान पार्षद गुलाम रसूल बलियावी (JDU MLC Gulam Rasool Balyawi) ने कहा कि ''उत्तर प्रदेश में हमने बहुत देरी से अकेले चुनाव लड़ने का निर्णय लिया था, जिसका असर देखने को मिल रहा है. लेकिन मणिपुर का चुनाव परिणाम को आप देखिए, वहां हमारी पार्टी किंग मेकर की भूमिका में है और हमने अच्छा प्रदर्शन किया है. चुनाव है तो सभी पार्टियां अपने-अपने तरह से लड़ती हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सोच जो है, उसको लेकर हम मैदान में थे. परिणाम जो भी हो, लेकिन हम लोगों ने अपनी उपस्थिति मजबूती से दर्ज कराई है.''
'चुनाव नतीजों का बिहार की सेहत पर असर नहीं': जब गुलाम रसूल बलियावी से पूछा गया कि पांच राज्यों के चुनाव परिणाम का बिहार में कोई असर पड़ेगा तो उन्होंने साफ-साफ कहा कि बिहार में इसका कोई असर नहीं पड़ेगा. मजबूती के साथ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में यहां सरकार चलेगी और ये सरकार पूरे पांच साल चलेगी. बिहार में अन्य राज्यों के चुनाव परिणाम का कोई असर नहीं होगा. जो लोग ऐसा बोलते हैं, वो अपनी पार्टी की हार को छिपाने के लिए अनर्गल तरीके से ऐसा बायनबाजी कर रहे हैं. उनके बयान देने से बिहार एनडीए पर कोई असर नहीं पड़ेगा.
राष्ट्रीय पार्टी के दर्जे पर JDU की नजर: बता दें कि चुनाव आयोग से राष्ट्रीय पार्टी के रूप में मान्यता प्राप्त करने के लिए तीन शर्तों में से एक के अनुसार एक पंजीकृत पार्टी को चार लोकसभा सीटों को जीतने के अलावा, किसी भी चार या अधिक राज्यों में कम से कम 6% वोटों की आवश्यकता होती है. पिछले विधानसभा चुनावों में जेडीयू ने पहले ही बिहार और अरुणाचल प्रदेश में 6% से अधिक वोट हासिल कर लिया है और बिहार से लोकसभा में उसके 16 सदस्य हैं. अगर पार्टी अगले कुछ सालों में मणिपुर और एक और राज्य में 6% वोट हासिल करने में सफल हो जाती है, तो वह 'राष्ट्रीय पार्टी' के रूप में मान्यता पाने के योग्य होगी.
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