पटना:नालंदा में जहरीली शराब से मौत(Death Due to Poisonous Liquor) के बाद शराबबंदी पर एनडीए में मतभेद (Dispute in NDA on Prohibition) सामने आ गया है. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल के सवाल उठाने के बाद अब जेडीयू ने पलटवार किया है. प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि सरकार की आलोचना करने की बजाय शराबबंदी पर सलाह दीजिए, क्योंकि कानून को सफल बनाना सभी की सामूहिक जिम्मेदारी है.
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जेडीयू के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि शराबबंदी को सफल बनाना सामूहिक जिम्मेदारी है. उन्होंने कहा कि सदन में सभी ने संकल्प लिया था. गंवई भाषा में कहें तो किरिया खाए थे. तब फिर किसको राजनीतिक गुनाहगार मान रहे हैं. जहां तक सरकार के संज्ञान में आने के बाद प्रशासनिक कार्रवाई की बात है तो केमिकल रिपोर्ट के लिए एफएसएल को सुपुर्द किया गया है. जोनल आईजी ने खुद जाकर जायजा लिया है और जो प्रशासनिक कार्रवाई है, वह हो रही है.
जेडीयू प्रवक्ता नीरज कुमार का बयान नीरज कुमार ने कहा कि शराबबंदी का बेहतर पक्ष है, वह भी देखना चाहिए. महिला अपराध में कमी आई है. पर्यटकों का बिहार लगातार आना जारी है. रोड एक्सीडेंट शून्य की स्थिति में है. आधी आबादी की मांग पर शराबबंदी लागू की गई थी. नई पीढ़ी को कैसे संरक्षित किया जाए, उसके बारे में सोचें. लिहाजा आलोचना नहीं सलाह दें.
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दरअसल बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल (BJP State President Sanjay Jaiswal) ने कहा था कि मुझसे जहरीली शराब पर जेडीयू प्रवक्ता ने प्रश्न पूछा था. आज मेरा प्रश्न उस दल से है कि क्या इन 11 लोगों के पूरे परिवार को जेल भेजा जाएगा, क्योंकि अगर कोई जाकर उनके यहां सांत्वना देता है, तो आपके लिए ये अपराध है. संजय जायसवाल ने कहा कि दूसरे अपराधी वहां के पुलिस वाले हैं, जिन्होंने अपने इलाके में शराब की खुलेआम बिक्री होने दी. 10 साल का कारावास इन पुलिस कर्मियों को होना चाहिए, ना कि इन्हें 2 महीने के लिए सस्पेंड करके नया थाना देना, जहां वो ये सब काम चालू रख सकें.
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