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नीतीश के दरबार में जदयू जिलाध्यक्ष ने खोली स्वास्थ्य विभाग की पोल, उनको सुनते ही सीएम बोले...

आज मुख्यमंत्री शिक्षा, स्वास्थ्य, समाज कल्याण, श्रम संसाधन, विज्ञान प्रौद्योगिकी, आईटी, सामान्य प्रशासन से जुड़ी समस्याएं सुन रहे हैं. इस दौरान सीएम के दरबार (CM nitish kumar janta darbar) में भागलपुर के जदयू जिलाध्यक्ष ने स्वास्थ्य व्यवस्था की पोल खोलकर रख दी.

CM nitish kumar janta darbar
CM nitish kumar janta darbar

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Published : Apr 11, 2022, 2:07 PM IST

पटना:सीएम नीतीश कुमारलोगों की शिकायतों का निपटारा जनता दरबार मे कर रहे हैं. कई लोगों की फरियाद सुनकर सीएम चौंक गए. उन्हीं में से एक मामला भागलपुर के जदयू जिलाध्यक्ष हसनेन अंसारी (JDU District President Reached In Janta Darbar) लेकर पहुंचे. नीतीश कुमार के सामने खुद उनकी पार्टी के कार्यकर्ता ने ही स्वास्थ्य व्यवस्था की पोल खोलकर रख दी. जिलाध्यक्ष ने कहा कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (prathmik swasthya kendra bhagalpur) के लिए जमीन बहुत पहले ही मुहैया करा दी गई थी. लेकिन केंद्र आज भी प्राइवेट जगह पर ही चल रहा है.

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जदयू जिलाध्यक्ष पहुंचे जनता दरबार:जदयू जिला अध्यक्ष ने कहा कि स्वास्थ्य केंद्र के लिए जमीन मुहैया करा दिया गया है. लेकिन केंद्र अभी भी प्राइवेट जमीन किसी के मकान पर ही चल रहा है. स्वास्थ्य मंत्री को भी हमने इसको लेकर आवेदन दिया था लेकिन कुछ नहीं हुआ. स्वास्थ्य केंद्र काफी दिनों से वार्ड नंबर 1 मसकन बरारी में प्राइवेट जमीन में चल रहा है. जमीन मुहैया कराने के बाद भी आज तक अपनी बिल्डिंग नहीं बनायी गई है. जमीन वार्ड नंबर 6 में दिया गया है.

सीएम ने संबंधित विभाग को दिया निर्देश: सीएम ने संबंधित अधिकारी को फोन लगाकर कहा कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र प्राइवेट जगह में चल रहा है जबकि जगह मुहैया करायी गई. जो जगह उपलब्ध है वहां स्वास्थ्य केंद्र का निर्माण नहीं हुआ. मामले को देखिए. उसके बाद सीएम ने जदयू जिलाध्यक्ष को संबंधित विभाग के पास भेज दिया.

जनता दरबार के बाहर भी पहुंच रहे कई लोगःबता दें कि मुख्यमंत्री जनता दरबार में हर महीने के दूसरे सोमवार को स्वास्थ्य, शिक्षा, समाज कल्याण, पिछड़ा अति पिछड़ा विभाग, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, सूचना प्रौद्योगिकी, कला संस्कृति युवा विभाग, श्रम संसाधन और अन्य विभागों से जुड़ी शिकायतें सुनते हैं. जहां तमात विभाग के अधिकारी भी मजौद रहते हैं. वहीं, सीएम के पास अपनी शिकायत लेकर काफी संख्या में लोग जनता दरबार के बाहर भी पहुंच जाते हैं. क्योंकि ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराने के बाद भी उन्हें लंबा इंतजार करना पड़ रहा है. जो लोग बिना रजिस्ट्रेशन के दनता दरबार के बाहर पहुंचते हैं, प्रशासन के लोग उन्हें अंदर जाने की अनुमति नहीं देते. जिससे उन्हें निराश होकर लौटना पड़ता है.

जनता दरबार में कोरोना गाइडलाइन का पालनः वहीं, कोरोना गाइडलाइन का भी जनता दरबार में सख्ती से पालन हो रहा है. जनता दरबार (Janata Darbar in Patna) में लोगों को सीमित संख्या में बुलाया जा रहा है. ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराने वाले फरियादी का कोरोना टेस्ट कराया जाता है. उसके बाद ही जिला प्रशासन के माध्यम से जनता दरबार में लाया जाता है. मुख्यमंत्री का जनता दरबार सुबह 11 बजे से सीएम सचिवालय संवाद के ठीक बगल में बनाए गए हॉल में शुरू हुआ. जनता दरबार में संबंधित विभागों के सभी मंत्री और मुख्य सचिव, डीजीपी सहित अन्य आला अधिकारी मौजूद हैं. जनता दरबार में मुख्यमंत्री ऑन द स्पॉट लोगों की शिकायतों को दूर करने की कोशिश कर रहे हैं.

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