पटनाः बिहार में ठंड से भले ही पारा लगातार गिर रहा हो. लेकिन राजनीतिक पारा हाई है. ये सियासी सरगर्मी शुरू हुई है जदयू के उपाध्यक्ष और चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर के हालिया बयान के बाद, जिसमें उन्होंने कहा था कि 2010 विधानसभा चुनाव में जदयू और बीजेपी के बीच सीटों का बंटवारा 2010 चुनाव के तर्ज पर हो. यदि बीजेपी 10 सीट पर लड़ती है तो जदयू 14 सीटों पर लड़ेगी.
'पीके की कोई हैसियत नहीं'
प्रशांत किशोर के इस बयान के बाद जदयू और बीजेपी दोनों की पार्टियां असहज हो गई थी. हालांकि दोनों ही दलों ने पीके के बयान को उनका निजी बयान बताया और कहा कि सीट बंटवारे पर बोलने की पीके की कोई हैसियत नहीं है.
'नीतीश ही बड़े भाई'
अब जदयू कोटे से संसदीय कार्य मंत्री श्रवण कुमार ने कहा है कि गठबंधन में नीतीश कुमार शुरू से बड़े भाई की भूमिका में रहे हैं, वो अभी भी बड़े भाई ही हैं. साथ ही वो बड़े भाई होने के दायित्व को भी निभाते हैं. वो सबका साथ, सबका विकास का नारा देकर सबको लेकर आगे बढ़ रहे हैं.
ये भी पढ़ेंः बोली कांग्रेस- BJP-JDU के बीच कुछ भी ठीक नहीं, चल रहा है शह और मात का खेल
'एनडीए में शुरू से है बिखराव'
वहीं, गठबंधन में उठे विरोध के स्वर ने विपक्ष को एनडीए पर हमला का मौका दे दिया है, विपक्ष भी मौके को भरपूर भुनाने में लगा है. अब आरजेडी विधायक विजय प्रकाश ने कहा है कि दोनों एक है ही नहीं तो बड़े भाई और छोटे भाई का सवाल कहा उठता है. ये बेमेल जोड़ी है, इसमें शुरू से ही बिखराव दिख रहा है. बिहार एनडीए में कुछ भी ठीक नहीं चल रहा है. बीजेपी पूरी तरह से जदयू के सामने नतमस्तक हो गई है. झारखंड के चुनाव परिणाम जैसा ही नतीजा 2020 विधानसभा चुनाव का भी आने वाला है.