लोकसभा चुनाव को लेकर नीतीश कुमार के बयान पर जदयू और बीजेपी आमने-सामने पटनाःलोकसभा चुनाव 2024 में होना है लेकिन नीतीश कुमारने जिस प्रकार से चुनाव को लेकर बयान दिया है, उससे बिहार में राजनीतिक सरगर्मी बढ़ गई है. हालांकि जदयू की तरफ से बयान को लेकर सफाई भी दी जा रही है. जदयू प्रवक्ता नीरज कुमार का कहना है कि मुख्यमंत्री ने ग्रामीण कार्य विभाग की सड़कों को समय पर पूरा करने को लेकर निर्देश देने के दौरान जो मंतव्य दिया है, वह देश में आज की वास्तविक परिस्थिति है.
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'भारतीय जनता पार्टी भयाक्रांत है':नीरज कुमार ने कहा कि देश का जो राजनीतिक परिदृश्य है, उसमें भारतीय जनता पार्टी स्वाभाविक रूप से कर्नाटक में धर्म का इस्तेमाल करने के बाद भी सत्ता से बाहर हो गई और हिमाचल में भी हार गई और भविष्य में जिन राज्यों में विधानसभा का चुनाव होना है, वहां का जो अंदेशा है, उससे भारतीय जनता पार्टी भयाक्रांत तो है ही. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के द्वारा 23 जून को विपक्ष के नेताओं की बैठक है. उसके बाद भाजपा के शीर्ष नेताओं का बिहार आगमन हो रहा है, यह पूरे संदर्भ बताते हैं कि भारतीय जनता पार्टी बेचैन है.
"कर्नाटक और हिमाचल की हार के बाद तीन राज्यों के जो चुनाव में जो अंदेशा है, उससे भारतीय जनता पार्टी बेचैन है. इसलिए लोकसभा का चुनाव पहले भी करवा सकती है, इससे कौन इनकार कर सकता है"- नीरज कुमार, मुख्य प्रवक्ता, जदयू
बीजेपी प्रवक्ता ने दिया ये जवाबःवहीं, बीजेपी प्रवक्ता अरविंद सिंह ने नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि आखिर मुख्यमंत्री चुनाव से क्यों डरे हुए हैं. जनता से डर क्यों है. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार को घबराने की जरूरत नहीं है. निर्वाचन आयोग समय पर ही चुनाव कराएगी. चुनाव आयोग आप के हिसाब से नहीं चलता है. संविधान की प्रक्रिया के हिसाब से चलता है.
"आखिरी जनता से डर क्यों है नीतीश कुमार. आप घबराइए मत निर्वाचन आयोग समय पर ही चुनाव कराएगी. चुनाव आयोग आप के हिसाब से नहीं चलता है. संविधान की प्रक्रिया के हिसाब से चलता है"-अरविंद सिंह, बीजेपी प्रवक्ता
नीतीश कुमार के बयान से गरमायी राजनीतिःआपको बता दें कि बिहार में 23 जून को विपक्षी दलों की पटना में बड़ी बैठक होगी. बीजेपी का भी 9 साल बेमिसाल को लेकर कई कार्यक्रम चल रहा है. ऐसे में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का चुनाव को लेकर दिए गए बयान से कई तरह के कयास लगाए जाने लगे हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किस राजनीतिक मकसद से यह बयान दिया है यह वही बता सकते हैं, लेकिन पार्टी के नेता जरूर कर्नाटक चुनाव में मिली हार और आने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर बीजेपी की बेचैनी का जिक्र कर रहे हैं.