पटना: लॉकडाउन में बिहार के बाहर फंसे छात्रों को लेकर जाप छात्र नेताओं ने सरकार के खिलाफ धरना दिया है. साथ ही जेल में बंद छात्रों को रिहा करने की मांग की है. अपनी मांगों को लेकर जाप छात्र भूख हड़ताल पर बैठे हैं. छात्रों का आरोप ये भी है कि सरकार जनता का दुख-दर्द समझे बगैर ही तुगलगी फरमान सुना रही है.
जाप छात्रों का भूख हड़ताल, सरकार के रवैये के खिलाफ किया प्रदर्शन
छात्रों ने आगे कहा कि राज्य में भुखमरी की स्तिथि से लोग मर रहे हैं. निर्दोष छात्रों को बेवजह झूठे मुकदमे में फंसाकर उन्हें जेल भेजा जा रहा है. उन्होंने कहा कि अगर सरकार हमारी मांग नहीं मानी तो सड़क पर उग्र प्रदर्शन करेंगे.
दरअसल, पिछले महीने पटना कॉलेज परिसर में धरना दे रहे छात्रों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था. जिसके समर्थन में जाप छात्रों ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. छात्र एकदिवसीय भूख हड़ताल पर बैठकर सरकार से सभी को रिहा करने की मांग कर रहे हैं. साथ ही कोरोना के काल में जरूरतमंदों की मदद करने की मांग कर रहे हैं. छात्र नेता विकास कुमार ने कहा कि सरकार मनमाने तरीके से काम कर रही है. आम आदमी भूख से तड़प रहा है. लोग पैदल चलकर अपने गांव जा रहे हैं. लेकिन सरकार के कानों में जू तक नहीं रेंग रही है.
उग्र प्रदर्शन की दी चेतावनी
बता दें कि जन अधिकार पार्टी के छात्र बड़ी पहाड़ी समुदायिक भवन में राज्य सरकार से कई महत्वपूर्ण मांग को लेकर एकदिवसीय भूख हड़ताल पर बैठ गए हैं. छात्रों ने आगे कहा कि राज्य में भुखमरी की स्तिथि से लोग मर रहे हैं. निर्दोष छात्रों को बेवजह झूठे मुकदमे में फंसाकर उन्हें जेल भेजा जा रहा है. उन्होंने कहा कि अगर सरकार हमारी मांग नहीं मानी तो सड़क पर उग्र प्रदर्शन करेंगे.