पटना: लोकसभा चुनाव के बाद बिहार प्रदेश कांग्रेस पहली बार सड़क पर उतरी है. कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने राज्य और केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ जनवेदना मार्च निकाला. जिसमें कार्यकर्ता प्रदेश कार्यालय सदाकत आश्रम से पटना के शहीद चौक तक पद यात्रा कर रहे हैं.
नहीं मिला था परमिशन
हालांकि इसके लिए कांग्रेस को प्रशासन से परमिशन नहीं मिला था. फिर भी ये पद यात्रा निकाली गई. कार्यकर्ताओं ने कहा कि जनता के मुद्दे और आवाज उठाने के लिए हम सड़कों पर हैं. लोकतंत्र में सरकार की नीतियों का विरोध करने का हमें पूरा हक है. ये पद यात्रा शहीद स्मृति स्थल तक जाएगी, चाहे सरकार हम पर लाठी चलाए या गोली मार दे.
जन वेदना मार्च में शामिल कार्यकर्ता जन विरोधी है सरकार
कार्यकर्ताओं ने कहा कि महंगाई, भ्रष्टाचार, बेरोजगारी और संविधान पर खतरे के मुद्दे को लेकर हम पद यात्रा कर रहे हैं. प्रदेश की जनता राज्य और केंद्र सरकार से परेशान हो चुकी है. ये सरकार जन विरोधी मुद्दों पर काम कर रही है. इसका विकास से कोई लेना-देना नहीं है.
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लड़कियां सुरक्षित नहीं
एक महिला कार्यकर्ता ने कहा कि इस सरकार में लड़कियां सुरक्षित नहीं हैं. छात्रों को परेशान किया जा रहा है. किसान आत्महत्या करने पर मजबूर हैं. युवाओं को रोजगार के नाम पर ठगा गया. इस सभी मुद्दों पर सरकार को घेरने के लिए हम सड़क पर उतरे हैं.