नई दिल्ली/पटना : मणिपुर हिंसा और महिलाओं की नग्न परेड कराए जाने के मामले पर विपक्ष ने मानसून सत्र की कार्यवाही को अवरुद्ध कर दिया. इस मामले पर जमुई से सांसद चिराग पासवान ने कांग्रेस से अपील की है कि वो सदन को चलने दें. उन्होंने तर्क दिया कि सदन ही एक ऐसा जरिया है जिससे हल निकलेगा. हम सभी जानना चाहते हैं कि अब तक मणिपुर हिंसा में सरकार ने किया क्या है? सरकार चर्चा के लिए तैयार है तो फिर सदन को क्यों नहीं चलने दिया जा रहा है?
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''ऐसी घटना के दोषियों पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए, ताकि भविष्य में ऐसी घटना ना घटे. साथ ही मैं विपक्ष से भी आग्रह और मांग करुंगा कि सदन को चलने देना चाहिए. सदन में गतिरोध लाकर आप जिनका भला करना चाह रहे हैं उससे उनका नुकसान ही होगा.''- चिराग पासवान, अध्यक्ष, लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास)
जमुई सांसद चिराग पासवान ने साफ कहा कि विपक्ष द्वारा सदन के गतिरोध करने से वो जिसका भला चाहते हैं उससे उनका नुक्सान ही हो रहा है. दोषियों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई हो ताकि भविष्य में ऐसी घटना की पुनरावृत्ति न हो सके. चिराग पासवान ने कहा कि ये ऐसी घटना है जिसका बचाव कोई नहीं करना चाहेगा. हम लोग भी सदन के जरिए ये जानने को उत्सुक हैं कि सरकार ने अब तक क्या क्या कदम उठाए हैं?
''सदन ही एक ऐसा मंच है जिससे अभी तक हुई कार्रवाइयों की जानकारी और सरकार का जवाब सुना जा सकता है. हम लोग भी सुनना चाहते हैं कि मणिपुर हिंसा पर सरकार ने क्या-क्या कदम उठाए हैं? मुझे नहीं लगता कि कोई भी ऐसी घटनाओं को डिफेंड करेगा. दोषियों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए. लेकिन कार्रवाई का रास्ता भी इसी सदन से निकलेगा. इसलिए सदन को चलने देना चाहिए.''- चिराग पासवान, अध्यक्ष, लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास)
मणिपुर हिंसा का वीडियो वायरल: बता दें कि 4 मई को हुई महिलाओं के साथ बरबरता का वीडियो वायरल होने के बाद उबाल है. जैसे ही आज सदन की कार्रवाई शुरू होने वाली थी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस घटना की निंदा करते हुए उन्होंने कहा कि मणिपुर की घटना ने 140 करोड़ लोगों को शर्मसार किया है. मेरा हृदय दुखी और क्रोध से भरा है. इस घटना के दोषी किसी भी कीमत पर बख्शे नहीं जाएंगे. मैतेयी और कुकी समुदायों में जमीन और आरक्षण के विवाद में ये हिंसा हुई है.