पटना:चैनपुर से बसपा के विधायक जमा खान जदयू में शामिल हो चुके हैं. उनके कैबिनेट विस्तार में मंत्री बनने की खूब चर्चा हो रही है. लेकिन जमा खान पर कई मामले दर्ज हैं. ये उनके मंत्री बनने पर ग्रहण लगा सकता है.
सीएम नीतीश कुमार का ट्रैक रिकॉर्ड है कि वो दागी नेताओं को अपने मंत्रिमंडल में शामिल नहीं करते हैं. इसी वजह से जमा खान के लिए परेशानी की सबब बन सकता है. अगर जमा खान मंत्री बनते हैं तो विपक्ष को फिर से हमला करने का मौका मिल जाएगा.
जमा खान पर दर्ज हैं कई मामले
विधायक जमा खान पर वर्ष 2002 में ही आर्म्स एक्ट और हत्या के प्रयास का मामला दर्ज है. जमा खान ने अपने एफिडेविट में ही कई मामले दर्ज होने की बात स्वीकारी है. बसपा से जदयू में आने वाले जमा खान पर भभुआ और चैनपुर थाने में भी कई मामले दर्ज हैं. उन पर उपद्रव करने का मामला 147, लाइसेंसी हथियार रखने का मामला 148, गैरकानूनी सभा करने का मामला 149, किसी पर इरादतन हमला करने का मामला 323, मारपीट करने का मामला 324, हत्या की कोशिश करने का मामला 307 और अवैध हथियार रखने का मामला 27. इसके अलावा जमा खान पर एक केस मामले में स्पीडी ट्रायल भी चल रहा है. कई अन्य धाराओं के तहत भी जमा खान पर केस दर्ज है लेकिन अभी तक किसी मामले में भी सजा नहीं हुई है.