पटनाः बिहार में कुढ़नी उपचुनाव परिणाम आने के बाद आरजेडी प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने प्रतिक्रिया (Jagdanand Singh reaction on Kurhni result )दी है. उन्होंने कहा कि महागठबंधन का स्वरूप धरातल पर नहीं उतर पाया. मैं सिर्फ हार या जीत नहीं देख रहा हूं. ये दोनों नेता नहीं हैं, एक बड़ी आबादी के प्रतिनिधि हैं. एक बिहार के इतिहास को समेटे हैं और एक में बिहार में इतिहास बनाने की क्षमता है. अब दोनों को एक जगह आने के बाद, उन सारी चीजें जो एक ताकत के रूप में इमर्ज करनी चाहिए और यह परिणाम शायद उसका प्राथमिक चरण है. यह अपने आप में इस हद तक सफल भी हुआ है.
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इस नतीजे से निराश होने की जरूरत नहींःजगदानंद सिंह ने कहा कि जो जीत गए हैं प्रसन्न न हो. मैं अपने साथियों से कहना चाहता हूं कि उदास और निराश न हो, एक बड़े इतिहास के निर्माण के लिए, एक बड़े भारत के निर्माण के लिए विध्वंसक ताकतों के साथ जो संघर्ष है, उसमें हम विजय होंगे. इसलिए निराश नहीं हो. वहीं जो आज प्रसन्न हो रहे हैं, उनके लिए बता दूं कि देश के सारे नतीजे बता रहे हैं कि तीन राज्यों में दो राज्यों में वह हार चुके हैं.
नया स्वरूप ले रहा महागठबंधन ः जगदानंद सिंह ने यह भी कहा कि महागठबंधन नया स्वरूप ले रहा है. उसका प्रथम चरण उत्साहवर्धक है, लेकिन नतीजे में नहीं बदल पाया. इसे मैं इस रूप में देख रहा हूं. अगर दो चीजें मिलती हैं तो एक होने में समय लगता है. इस नतीजे का परिणाम यही है. एकता और ताकत के बल पर बिहार को आगे लेकर चलना है. गोडसे वादियों से बचाने वाले लोगों का एकात्मक स्वरूप अभी नहीं हो पाया है. इसमें थोड़ा वक्त लगेगा और 2024- 25 में यह निखरकर देश के सामने खड़ा होगा और देश को नई दिशा देगा.
नहीं कर पाए तैयारीः जगदानंद सिंह ने कहा कि जिस तैयारी की आवश्यकता थी. शायद हम नहीं कर पाए. उम्मीदवार के बारे में भी कहा जा रहा है, लेकिन मैं अभी कह रहा हूं उम्मीदवारों को जनता परखती है. पूरे राज्य में बदलाव का यह कोई संकेत नहीं है, लेकिन एक संकेत है कि देश में बदलाव के सभी लोग आतुर हैं. इस नतीजे से मुझे यह विश्वास पैदा होता है कि इसे नई दिशा मिलेगी.
लंबे समय तक नीतीश की क्षमता का बीजेपी ने दोहन कियाःयह पूछे जाने पर कि सुशील कुमार मोदी ने सीएम नीतीश कुमार से इस्तीफे की मांग की है, जगदानंद सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार की क्षमता को देखकर ही 2020 में उनको कुर्सी दी थी. लंबे समय तक नीतीश की क्षमता का इन्होंने दोहन और शोषण कर लिया. नीतीश समाजवाद के स्वरूप में आए हैं. उसमें निखार हो जाएगा.
"महागठबंधन का स्वरूप धरातल पर नहीं उतर पाया. मैं सिर्फ हार या जीत नहीं देख रहा हूं. ये दोनों नेता नहीं हैं, एक बड़ी आबादी के प्रतिनिधि हैं. मैं अपने साथियों से कहना चाहता हूं कि उदास और निराश न हो, एक बड़े इतिहास के निर्माण के लिए, एक बड़े भारत के निर्माण के लिए विध्वंसक ताकतों के साथ जो संघर्ष है, उसमें हम विजय होंगे. इसलिए निराश नहीं हो"-जगदानंद सिंह, प्रदेश अध्यक्ष, आरजेडी