पटना:बिहार को डिजिटल बनाने की दिशा में बिहार सरकार काम कर रही है. कई जिलों को आईटी हब बनाकर लोगों को रोजगार के क्षेत्र में बढ़ावा देने की कोशिश की जा रही है. विभाग के मंत्री जीवेश कुमारने बताया कि आईटी पार्क, आईटी टावर बनाकर बिहार को देश में पहचान दिलाना है. राज्य के युवाओं को रोजगार के नए अवसर भी मुहैया करवाने को लेकर 5 जिलों में आईटी पार्क खोले जाएंगे.
इसको लेकर के आईटी विभाग ने काम शुरू कर दिया है. आईटी विभाग के मंत्री जीवेश मिश्रा ने कहा कि अवसर बढ़ाने और व्यापक रोजगार पैदा करने की सोच पर विभाग काम कर रही है.
"पटना, बिहटा, राजगीर, भागलपुर और दरभंगा को शामिल किया गया है. इसके बाद से प्रदेश के युवाओं को रोजगार के अवसर मिलेंगे. आईटी पार्क के बनने से युवाओं को स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर मुहैया हो सकेंगे. साथ ही जिन 5 जगहों पर आईटी पार्क खोलने की योजना है, उसमें बड़ी संख्या में लोगों को अवसर मिलेंगे. 5 जिलों में आईटी पार्क स्थापित करने के साथ-साथ राजधानी पटना के डाकबंगला चौराहे पर सबसे बड़ा आईटी टावर बनाने की योजना है. कार्ययोजना में शामिल कर लिया गया है. हालांकि कोरोना का प्रकोप जो फैला है, इस कारण से दूसरे राज्य का मॉडल देखना था. लेकिन महामारी के चलते थोड़ी दिक्कत हुई. सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क के रूप में दरभंगा और भागलपुर को विकसित कर रहे हैं. भागलपुर, दरभंगा में भवन निर्माण का काम भी शुरू हो गया है. आने वाले दिनों में बिहार का आईटी पार्क भी देश में नाम स्थापित करेगा"- जीवेश कुमार मिश्रा, श्रम संसाधन मंत्री
आईटी केंद्र के तौर पर विकसित
जीवेश कुमार मिश्रा ने बताया कि बजट के हिसाब से स्वीकृत है. लेकिन इसके लिए जितनी राशि की जरूरत पड़ेगी, उतनी व्यवस्था की जाएगी. पूरे देश के अंदर हमारे बिहार के बच्चे काम करते हैं. जब उनको अपने जिले और राज्य में काम मिलेगा, बिहार में ही इंफ्रास्ट्रक्चर मिलेगा तो खुशी-खुशी काम करेंगे. सरकार के प्रयासों से उम्मीद है कि आने वाले समय में बिहार आईटी केंद्र के तौर पर विकसित होगा और इससे जुड़े कारोबार हासिल करने में विभाग लगी हुई है.