पटना: बिहार विधानमंडल का शीतकालीन सत्र(Winter Session of Bihar Legislature) आज से शुरू हो गया है. इस बार विपक्ष में बिखराव भले ही हो लेकिन सरकार को घेरने के इनके मुद्दे काफी जानदार हैं. पांच दिनों का यह सत्र भले ही छोटा हो लेकिन सरकार के लिए काफी मुश्किलों भरा होगा.
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हाल के दिनों में बिहार में घटित घटनाओं का जवाब देना सरकार के मुश्किलों भरा होगा. चाहे वो मुद्दा जहरीली शराब से मौत का हो, बिहार में बढ़ रहे अपराध का हो, बिहार के विश्वविद्यालय प्रशासन पर भ्रष्टाचार, नीति आयोग की रिपोर्ट आदि. हालांकि सरकार की तरफ से भी विपक्ष को पूरा जवाब देने का दावा किया जा रहा है.
कांग्रेस एमएलसी प्रेमचंद्र मिश्र ने कहा कि भले ही इस बार कांग्रेस और आरजेडी अलग-अलग नजर आएंगे, लेकिन मुद्दों को लेकर कांग्रेस कोई समझौता नहीं करने वाली है. विश्वविद्यालयों में भ्रष्टाचार, टेंडर घोटाला, जहरीली शराब से मौत और बढ़ते अपराध को लेकर हम सरकार से सदन में सवाल करेंगे. उन्होंने कहा कि सरकार को जवाब देना होगा कि आखिर कोरोना से हुई मौतों के बाद स्वास्थ्य व्यवस्था में क्या सुधार हुआ है. आखिर क्यों लोग सरकारी अस्पतालों में जाने से डरते हैं. कांग्रेस नेता ने कहा कि शिक्षा, स्वास्थ्य और भ्रष्टाचार के मुद्दे पर सरकार को विपक्ष के सवालों का जवाब तो देना ही होगा.