पटना:आईआरसीटीसी के मुताबिक वर्तमान परिस्थिति में इन लोगों की जरूरत नहीं रही, इसलिए इनका कॉन्ट्रैक्ट खत्म किया जा रहा है. कॉन्ट्रैक्ट खत्म करने से लगभग 100 से ज्यादा सुपरवाइजर बेरोजगार हो गए हैं.
यह भी पढ़ें-भागलपुर में बिना मिट्टी के घास उगाएगा BAU सबौर, तैयारी शुरू
100 से ज्यादा सुपरवाइजर हटाये गए
पूर्व मध्य रेल में 100 से ज्यादा सुपरवाइजर को हटाया गया है. इसके साथ ही दानापुर मंडल के लगभग 20 लोगों ने ईटीवी भारत के माध्यम से अपनी रोजगार की मांग सरकार से की है.
'सरकार को गंभीर होकर हमलोगों के बारे में सोचना चाहिए. इतनी तादाद में लोगों को बेरोजगार किया गया है. देश में ऐसे ही लोग बेरोजगारी से जूझ रहे हैं. और जो लोग काम कर रहे हैं उनको काम से हटाया जा रहा है.'- मनीष कुमार, कर्मचारी
कॉन्ट्रैक्ट किया गया खत्म
आईआरसीटीसी ने कॉन्ट्रैक्ट पर खानपान की शुद्धता को लेकर सुपरवाइजर की नियुक्ति की थी. इन सुपरवाइजर का काम खाना की गुणवत्ता चेक करना था. इसके अलावा रेलवे कोच की भी निगरानी करते थे. यात्रियों की शिकायतों के बाद उनका निदान भी करते थे. आईआरसीटीसी के क्षेत्रीय प्रबंधक द्वारा इन सभी को कार्यालय बुलाकर बताया गया कि अब इनकी जरूरत नहीं है. 1 महीने का नोटिस देकर अनुबंध खत्म कर दिया गया है. ऐसे में अब ये सभी लोग सरकार से वापस काम पर बुलाने की मांग कर रहे हैं.
'लॉकडाउन में जान की परवाह ना करते हुए किया काम'
वहीं इन लोगों का कहना है कि लॉकडाउन में अपनी जान की बाजी लगाकर काम किया. जहां लोग घरों में बैठे थे तो ये लोग ट्रेनों में सफर कर लोगों को शुद्ध खाना पहुंचाया करते थे. इन लोगों का कहना है कि रेलवे के इस फैसले से घर चलाना मुश्किल हो गया है. ऐसे में सरकार से इस फैसले पर पुनर्विचार की मांग की जा रही है.