पटना: बिहार विधानमंडल के मॉनसून सत्र का समापन हो गया है. इस दौरान कुल 21 बैठकें हुई. जिनमें विपक्ष कहीं न कहीं सरकार के सामने घुटने टेकता नजर आया. विधानसभा में भी तेजस्वी की कमी साफ देखी गई. वहीं, मंत्री नीरज कुमार ने दावा किया है कि सरकार के लिए यह सत्र उत्साहवर्धक साबित हुआ है.
मंत्री नीरज कुमार से बातचीत करते संवाददाता अमित वर्मा
फिसड्डी रहा विपक्ष
ईटीवी भारत से एक्सक्लूसिव बातचीत में बिहार के सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री नीरज कुमार ने कहा कि विपक्ष पूरी तरह से इस सत्र में फिसड्डी नजर आया. उन्होंने कहा कि हमें यह उम्मीद थी कि विपक्ष अपनी भूमिका निभाएगा, लेकिन जिस तरह से उनके नेता पूरे सत्र में गायब रहे और जिस तरह उनकी भूमिका रही, उससे पूरे विपक्ष की भूमिका ही सवालों के घेरे में आ गई है.
सरकार के लिए ढेरों उपलब्धियां
नीरज कुमार ने दावा किया कि यह सफलतम सत्रों में से एक है. सरकार ने कई महत्वपूर्ण विधेयक भी इस सत्र में पारित किए हैं. उन्होंने विपक्ष को नसीहत दी कि उन्हें अगली बार से पूरी तैयारी के साथ सदन में आना चाहिए.
सत्र के दौरान पूछे गए 1079 प्रश्न
बिहार विधान परिषद के मानसून सत्र में 21 दिनों तक चला जिसमें कुल 1079 प्रश्न पूछे गये. जिनमें 1020 स्वीकृत हुए और 511 प्रश्नों का उत्तर दिया गया. जबकि सत्र में कुल 303 अल्पसूचित प्रश्न पूछे गए जिसमें 282 प्रश्न स्वीकृत किया गया और 178 प्रश्नों के उत्तर दिए गए.
776 तारांकित और 214 ध्यानाकर्षण प्रश्न
वहीं, इस सत्र में कुल 776 तारांकित प्रश्न आए. 736 को प्रश्नों को स्वीकृत किया गया और 333 प्रश्नों के उत्तर दिए गए. सत्र में 214 ध्यान आकर्षण प्रश्न किए गए. जिसमें 147 प्रश्न स्वीकृत किए गए और 110 प्रश्नों का उत्तर दिया गया. इस सत्र में कुल 178 शून्यकाल प्रश्न किए गए जिसमें 169 को स्वीकृत कर सदन पटल पर रखा गया. कुल 198 निवेदनों की सूचनायें प्राप्त हुई सदस्यों की सहमति से निवेदन समिति को सुपुर्द किया गया.