पटना:राजधानी पटना में इन दिनों शिक्षा शिक्षा विभाग के अवर मुख्य सचिव केके पाठक का खौफ चारों तरफ देखा जा सकता है. लेकिन इस बार न तो शिक्षकों की सैलरी काटी गई और न ही स्कूल के समय गायब रहने वाले शिक्षकों पर गाज गिरी है. इस बार केके पाठक ने राज्य के विद्यालयों में निरीक्षण व्यवस्था को जारी रखने का निर्देश दिया है. इस संबंध में राज्य के सभी जिला अधिकारियों को सूचित किया गया है. विभाग द्वारा इसके लिए आदेश पत्र भी जारी कर दिया गया है.
ये भी पढ़ें : KK Pathak का चला 'हंटर' तो राइट टाइम हुए गुरुजी, मोबाइल तो दूर.. क्लास में कुर्सी पर बैठना भी मुश्किल
केके पाठक का निर्देश विद्यालयों में जांच की प्रक्रिया जारी रखें:आदेश पत्र में स्पष्ट किया गया है कि गत एक जुलाई से स्थापित किए गए अनुश्रवण की व्यवस्था को लेकर बेहतर परिणाम सामने आए हैं. प्रतिदिन औसतन 22-23 हजार विद्यालयों का निरीक्षण हो रहा है. इस निरीक्षण रोस्टर की प्रणाली से विद्यालयों में शिक्षक और छात्रों की उपस्थिति में आशातीत वृद्धि हुई है. एक जुलाई से प्रारम्भ किए गए अनुश्रवण अभियान की सफलता को देखते हुए इसे अनुश्रवण व्यवस्था के रूप में परिवर्तित किया जाता है.
केके पाठक द्वारा जारी किया गया पत्र. विद्यालयों में शिक्षक और छात्रों की उपस्थिति में वृद्धि हुई:निर्देश ने उन्होंने कहा कि प्रत्येक माह व्यवस्था के अनुसार निरीक्षण का रोस्टर स्थाई रूप से निर्गत करने की कृपा करें, ताकि विद्यालयों का निरीक्षण एक स्थाई प्रक्रिया बने. यह भी स्पष्ट किया गया है कि 24 जुलाई से शाम चार से छह बजे तक जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय के पदाधिकारी प्रधानाध्यापकों से प्रतिदिन VC कर रहे हैं. इस दौरान उपरोक्त अवधि में जिला स्तर पर शिक्षा विभाग की कोई बैठक न बुलाकर पूर्वाहन के समय में ही जिला शिक्षा पदाधिकारी एवं शिक्षा विभाग अन्य पदाधिकारियों से बैठक रखने की परम्परा स्थापित करने का कष्ट करें.