पटना: राजधानी के कोतवाली थाना क्षेत्र के कमला नेहरू नगर स्थित अल्बर्ट एक्का स्मारक भवन के ठीक सामने एक भवन की दीवार गिरने से रविवार को 3 बच्चे घायल हो गए थे. इनमें से इलाज के दौरान एक बच्चे की मौत हो गई थी. फिलहाल इस घटना में घायल अन्य दो बच्चों का इलाज पटना के पीएमसीएच में चल रहा है. वहीं, उनके परिजन बच्चों के इलाज के लिए चंदा इकट्ठा कर रहे हैं.
पटना के कमला नेहरू नगर में एक भवन की दीवार गिरने से एक बच्चे की मौत हो गई थी, जिसका नाम सन्नी बताया जा रहा है. मृतक के घर सोमवार को मातम का माहौल है. घर में मौजूद सन्नी की मां का रो- रोकर बुरा हाल है. सन्नी का बड़ा भाई कल से अपनी झोपड़ी से बाहर ही नहीं निकला है. सन्नी की मां बताती हैं कि उनके बच्चे की मौत के बाद भी अभी तक जिला प्रशासन की ओर से कोई मदद नहीं मिली है. वहीं, रविवार को सन्नी की मौत की खबर सुनकर घटनास्थल पर पहुंची, तो उसकी मां को भी पुलिसकर्मियों ने पीटा.
'पुलिस ने की पिटाई'
सन्नी की मां बताती हैं कि जैसे ही उसे इस घटना की जानकारी हुई, वो बदहवास अल्बर्ट एक्का भवन की तरफ दौड़ी. मौके पर बेसुध पड़े अपने बच्चे को देखकर वो चीखने लगी और इतने में मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने पिटाई शुरू कर दी. वहीं इस घटना में घायल 12 साल का प्रधान और 8 साल का साहेब का इलाज पटना के पीएमसीएच में चल रहा है. प्रधान की नानी और उसके मामा बताते हैं कि उनके घायल बच्चे के इलाज के लिए उन लोगों के पास पैसे नहीं है. स्थिति को देखते हुए कमला नेहरू नगर के स्लम बस्ती में रहने वाले लोग आगे आएं और लोगों ने मिलजुल कर चंदा इकट्ठा किया, जिससे फिलहाल घायल बच्चों का इलाज चल रहा है.
नहीं मिला मुआवजा
जिला प्रशासन पर बड़ा सवाल उठ रहा है. इतना बड़ा हादसा होने के बाद भी जिला प्रशासन अभी तक मौन क्यों है? घायल बच्चों और मृतक के परिजनों को अब तक मुआवजा राशि क्यों नहीं प्रदान किया गया है?