पटना: कोरोना महामारी के बीच राज्य सरकार लगातार वर्तमान स्थिति का जायजा ले रही है. साथ ही प्रभावितों की मदद भी कर रही है. इसकी जानकारी देते हुए सूचना सचिव अनुपम कुमार ने बताया कि कोरोना संक्रमण की वर्तमान स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है. सरकार की ओर से सभी आवश्यक कदम भी उठाए जा रहे हैं. उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री आपदा राहत कोष से मुख्यमंत्री विशेष सहायता योजना के अंतर्गत बाहर फंसे बिहार के लगभग 21 लाख लोगों के खाते में प्रति व्यक्ति 1,000 रुपये की सहायता राशि भेजी जा चुकी है. वहीं, स्वास्थ्य सचिव लोकेश कुमार सिंह ने बताया कि कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत का आंकड़ा 36 हो गया है. अब तक कोरोना संक्रमित मरीजों में से 62% इलाज के बाद स्वस्थ हो चुके हैं.
किसानों के खाते में भी दी गई राशि
असामयिक वर्षापात और ओलावृष्टि के कारण किसानों की हुई फसल की क्षतिपूर्ति के लिए कृषि इनपुट अनुदान के तहत फरवरी में 60 करोड़, मार्च में 518 करोड़ और अप्रैल महीने में 151.53 करोड़ रुपये यानी कुल 730 करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत की गई है. इनमें से अब तक 501 करोड़ रुपये कुल 16 लाख किसानों के खाते में भेजी जा चुकी है. बचे किसानों के आवेदनों का निष्पादन तेजी से किया जा रहा है और जल्द ही कृषि इनपुट अनुदान की राशि प्रभावित किसानों के खाते में भेज दी जाएगी. इसके अलावा राशन कार्ड धारकों के खाते में 1 करोड़ 42 लाख भोजी जा चुकी है. जबकि 21 लाख गैर राशन कार्डधारी सयोग्य परिवारों के खाते में 1,000 रुपये की राशि हस्तांतरित की गई है. ग्रामीण क्षेत्र में जीविका की ओर से और शहरी क्षेत्रों में एनयूएलएम की ओर से किए गए सर्वे के आधार पर राशन कार्डधारी विहीन सुयोग्य परिवारों के अब तक 15 लाख 76 हजार नए राशन कार्ड बनाये जा चुके हैं.
'रोजगार सृजन पर सरकार का विशेष ध्यान'
सूचना सचिव अनुपम कुमार ने बताया कि रोजगार सृजन पर सरकार का विशेष ध्यान है और सभी संबंधित विभाग रोजगार सृजन को लेकर किए जा रहे कार्यों की निरंतर मॉनिटरिंग कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि लॉकडाउन पीरियड से लेकर अभी तक लगभग 4 लाख 54 हजार योजनाओं के अंतर्गत 6 करोड़ 52 लाख मानव दिवसों का सृजन किया जा चुका है. उन्होंने कहा कि आज 5 श्रमिक स्पेशल ट्रेनों के माध्यम से 8,050 लोग बिहार पहुंच रहे हैं. कल 9 श्रमिक स्पेशल ट्रेनें शिडयूल्ड हैं. जिनके माध्यम से 14,850 लोगों का आगमन संभावित है. सूचना सचिव ने बताया कि अब तक कुल 1,510 श्रमिक स्पेशल ट्रेनों के माध्यम से 21 लाख 19 हजार 353 लोग बिहार पहुंच चुके हैं.