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सूचना केंद्र के अधिकारियों ने किया गोपाल नारायण सिंह पुस्तकालय का अवलोकन - पटना में संग्रहालय के लिए सहायता की मांग

निदेशक त्रिलोकी सिंह ने बताया कि गोपाल नारायण सिंह पुस्तकालय सह संग्रहालय भरतपुरा में इस तरह की दुर्लभ वस्तुओं की जानकारी मिली थी, तब से मन में जिज्ञासा थी कि वस्तु का अवलोकन कंरू, जो आज देखने से मन खुश हो गया.

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Published : Dec 28, 2019, 2:16 PM IST

वैशालीः बिहार सरकार के पुस्तकालय एवं सूचना केंद्र के निदेशक त्रिलोकी सिंह ने गोपाल नारायण सिंह सार्वजनिक पुस्तकालय सह संग्रहालय का निरीक्षण किया. जहां उन्होंने संग्रहालय से संबंधित कई जानकारियां लीं.

दुर्लभ कलाकृतियों का किया अवलोकन
गोपाल नारायण सिंह पुस्तकालय सह संग्रहालय पटना जिला के दुल्हिन बाजार प्रखण्ड के भरतपुरा गांव में अवस्थित है. जहां सूचना केंद्र विभाग के निदेशक त्रिलोकी सिंह, पुस्तकालय संघ अध्यक्ष रविंद्र नाथ पाठक, सूचना केंद्र के अधिकारी शैलेन्द्र कुमार ने संयुक्त रूप से पुस्तकालय में मौजूद प्राचीन दुर्लभ कलाकृतियों समेत सैकड़ों साल पुरानी डायमंड की घड़ी का बारीकी से अवलोकन किया.

संग्रहालय में चीजों को देखते अधिकारी

अधिकारियों ने की संग्रहालय की तारीफ
वहीं, संग्रहालय के सचिव धुरप्त नारायण सिंह ने निरीक्षण के लिए आई टीम को सभी दुर्लभ वस्तुओं को बारी-बारी से दिखाकर विस्तार से जानकारी दी. दुर्लभ पांडुलिपियों को देखकर सूचना केंद्र के अधिकारी शैलेन्द्र कुमार ने बताया की प्राचीन धरोहर को इतना संजोग कर रखा गया है, ये काबिले तारीफ है. उन्होंने बताया कि इस तरह की दुर्लभ वस्तु पहले कभी नहीं देखी थी. जो पुस्तकालय संग्रहालय में संजोग कर रखा गया है.

संग्रहालय में चिजों को देखते अधिकारी

संग्रहालय के लिए सहायता की मांग
पुस्तकालय सह संग्रहालय के सचिव धुरप्त नारायण सिंह ने निदेशक त्रिलोकी सिंह से विभाग के तरफ से सहायता उपलब्ध कराने की मांग की. सूचना केंद्र के निदेशक त्रिलोकी सिंह ने हर संभव सहायता करने का भरोसा दिलाया.

त्रिलोकी सिंह, सूचना केंद्र के निदेशक

'पुस्तकालय विभाग से की जाएगी मदद'
सूचना केंद्र विभाग के निदेशक त्रिलोकी सिंह ने ईटीवी भारत के साथ बात करते हुए बताया कि गोपाल नारायण सिंह पुस्तकालय सह संग्रहालय भरतपुरा में इस तरह की दुर्लभ वस्तुओं की जानकारी मिली थी, तब से मन में जिज्ञासा थी कि वस्तु का अवलोकन करुं, जो आज देखने से मन खुश हो गया. उन्होंने बताया की पुस्तकालय विभाग से जितना बन पड़ेगा उतनी सहायता करूंगा.

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