पटना:बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर सरगर्मी तेज है. इस बीच केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने ट्वीट कर ऐलान किया कि लोजपा अध्यक्ष और अपने बेटे चिराग पासवान के हर फैसले के साथ वह खड़े हैं. इस बार चुनाव में उतरने से पहले जदयू और लोजपा के बीच बढ़ रही दूरियां को दिखाता है. वही पूर्व लोजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष केंद्री मंत्री रामविलास पासवान ने राजनीतिक विरासत लोजपा अध्यक्ष और बेटे चिराग पासवान के कंधे पर रख दिया है.
बिहार फर्स्ट बिहारी फर्स्ट के तहत करेंगे काम
लोजपा प्रदेश महासचिव शाहनवाज अहमद कैफी ने बताया कि रामविलास पासवान के साथ-साथ पार्टी के बड़े- छोटे सभी तरह के कार्यकर्ता चिराग पासवान के नेतृत्व में चुनाव लड़ने को तैयार हैं. बता दें कि लोकसभा चुनाव में 6 सीटें मिलने पर पूरे के पूरे 6 सीट पर जीत हासिल करने का कामयाब हुई थी. ठीक उसी प्रकार विधानसभा चुनाव में भी सीटें लाकर सरकार बनायेगे. चिराग पासवान के नेतृत्व और विचार पर पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं को पूरा विश्वास है. उन्होंने कहा कि चिराग पासवान का सपना है कि बिहार फर्स्ट बिहारी फर्स्ट के तहत काम करेंगे.
लोजपा ने विजन डॉक्यूमेंट की तैयार
शाहनवाज अहमद कैफी ने बताया कि लोजपा ने बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर विजन डॉक्यूमेंट तैयार कर ली है. उन्होंने कहा कि बिहार राज्य को अन्य राज्यों की तुलना में पहले स्थान पर लाया जाएगा. लोजपा चुनावी मेनफेस्टों में बिहार में उधोग को प्रथामिकता है. नौजवान को लिए रोजगार की समस्या को अपनी मेनफेस्टों में रखा है. बिहार के जिस क्षेत्र में बुनयादी सुविधाओं की कमी है. उन क्षेत्रों में बूथ स्तर तक के कमियों से चिराग पासवान अवगत हो रहे हैं. चिराग पासवान देश के पहले ऐसे युवा नेता हैं जिन्होंने लोकसभा में युवा आयोग की गठन की मांग की है. इस मांग पर प्रधानमंत्री मोदी विचार भी कर रहे हैं. लोजपा प्रधान महासचिव ने कहा कि बिहार में किसी क्षेत्र में कोई कमियां हैं तो सहयोगी दल होने के वजह से हमने अपने अभिभावक नीतीश कुमार को अवगत कराया है.
लोजपा प्रदेश महासचिव शाहनवाज अहमद कैफी
स्वास्थ्य और रोजगार को लेकर जाएंगे जनता के बीच
शाहनवाज अहमद कैफी ने बताया कि मुसलमान होने के नाते कहता हूं कि रामविलास पासवान दलित का चेहरा नहीं है बल्कि शौर्यमान चेहरा है. उन्होंने मुसलमान समुदाय के लिए जितना काम किया है. उतना कोई दूसरा नेता अब तक नहीं कर सका है. साफ तौर पर लोजपा का कहना है कि हमारा गठबंधन जेडीयू के साथ नहीं है. फिर भी बिहार की आवाम कहीं ना कहीं पीड़ित है. जिसका खामियाजा एनडीए गठबंधन को भुगतना पड़ेगा. जिस वजह से समय-समय पर चिराग पासवान ने नीतीश कुमार के समक्ष अपनी बातों को रखे है. इस बार लोजपा चुनाव में शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार को लेकर जनता के बीच जाएगी.