पश्चिम चंपारण: बिहार के पश्चिम चंपारण में जनसुराज पदयात्रा के दौरान भेड़िहरवा पंचायत में प्रशांत किशोर ने एक सभा की. इस दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला करते हुए कहा कि जब आपने एनडीए छोड़ दिया है, तो उस पद को क्यों नहीं छोड़ रहे हैं? उस पद को छोड़िए या उस सांसद को हटाइए. प्रशांत किशोर का इशारा जदयू सांसद व राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश नारायण सिंह की ओर था. उन्होंने कहा-राज्यसभा में बिल पास कराने के लिए अपने दल का व्यक्ति लगाए हुए हैं और बिहार में गठबंधन बनाकर बिहार की जनता को फिर से ठगने का प्रयास कर रहे हैं.
''अगर आपने NDA छोड़ दिया है तो उस पद को छोड़ काहे नहीं रहे हैं. केंद्र में बिल पास कराने के लिए अपना आदमी लगा रहे हैं और बिहार में गठबंधन की सरकार बनाकर फिर ठगने का उपाय कर रहे हैं. 2015 में आपने उसे वोट दिया ये आदमी (नीतीश कुमार) आपको ठगकर भाग गया. फिर वोट दीजिएगा तो फिर भागेगा ये लिखकर रखिए''- प्रशांत किशोर, पॉलिटिकलएनालिस्ट
बंगाल में गर्दन हमने फंसाई थी: प्रशांत किशोर ने दावा किया कि वो नीतीश कुमार के साथ रहे हैं इसलिए उनसे ज्यादा नीतीश को कोई नहीं जानता. उन्होंने याद दिलाते हुए कहा कि- जरा याद कीजिए कि जब सीएए-एनआरसी आया था, जब आप पर तलवार लटकी थी तो किसने अपनी गर्दन बंगाल में फंसाई थी. कौन बीर बंगाल में गया था लड़ने. तेजस्वी यादव गए थे कि लालू यादव गए थे, कि नीतीश कुमार गया था? कोई बंगाल नहीं गया. हम गए थे अपना कंधा लगाने, हमने अपनी गर्दन फंसाई थी.
बैलून में हवा हमने भरी हम ही निकालेंगे: नीतीश पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्हेंने ही बैलून में हवा भरी और वो ही उस हवा को निकालेंगे. अगर बीजेपी बंगाल में जीत गई होती तो CAA और NRC को बीजेपी पास करा देती और आप लोग लाइन में लगकर फार्म भर रहे होते. उल्टा नीतीश हमको कह रहे हैं हम भाजपा की बी टीम हैं. अगर समाज में हमको सर्टिफिकेट देना पड़े तो हमको नहीं देना है सर्टिफिकेट. जिसके साथ आप रहना चाहते हैं रहिए. प्रत्यक्ष को प्रमाण की जरूरत नहीं है. ये तो लड़ रहे हैं हमने लड़कर हराया है. तय आपको करना है कि आप लड़ने वाले के साथ रहना चाहते हैं या फिर लड़कर जीतने वाले के साथ रहते हैं. बैलून में हवा हमने भरा है निकालेंगे हम ही.
''बंगाल में बीजेपी ने पूरी ताकत लगा दी फिर भी बंगाल नहीं जीतने दिया. आप लोग साथ खड़ा होईए हम पूरी ताकत लगा देंगे. बीजेपी को नहीं जीतने देंगे. जिसके साथ आप लोग तीस साल से हैं तीन साल हम पर भरोसा देकर देखिए, हम अपनी पार्टी नहीं बना रहे हैं. भरोसा करके देखिए स्थिति उससे बदलेगी. और जब स्थिति बदलेगी तो सिर्फ बिहार तक नहीं बात जाएगी उससे आगे तक जाएगी.''- प्रशांत किशोर, पॉलिटिकलएनालिस्ट
हम पार्टी नहीं बनाएंगे हम चुनाव लड़ाएंगे: बहुत लोग पूछ रहे हैं प्रशांत किशोर जी चुनाव कैसे जीतिएगा. जो मेरा भारी आलोचक है उसको भी ये जरूर पता है कि प्रशांत किशोर को जरूर कुछ आए न आए लेकिन चुनाव लड़ाने जरूर आता है. जिसका हाथ पकड़कर चुनाव लड़ाएंगे उसके सामने किसी को नहीं टिकने देंगे. इतना मजबूती से चुनाव लड़ाएंगे कि नीचे से जमीन खिसक जाएगी और ऊपर से आकाश निकल जाएगा विपक्षी को पता ही नहीं लगेगा.