पटना:बिहार में बाढ़ की समस्या से कारगर तरीके से निपटने के लिए भारत और नेपाल एक दूसरे का सहयोग (India and Nepal cooperate in flood protection) कर रहे हैं. इसको लेकर पटना में दोनों देश के बीच दो दिवसीय बैठक का आयोजन किया गया. इस बैठक में कोसी और गंडक परियोजनाओं से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर दोनों देशों के बीच विचार-विमर्श किया गया.
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दोनों देश बढ़ाएंगे सहयोग:नेपाल से आने वाली नदियों से बाढ़ की सर्वाधिक तबाही बिहार में होती है, ऐसे में इस बैठक में भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व बिहार जल संसाधन विभाग (Bihar Water Resource Department) के सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने किया. वहीं नेपाली प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व जल संसाधन एवं सिचाई विभाग के डायरेक्टर जनरल सुशील चंद्र आचार्य ने किया. बिहार जल संसाधन विभाग के सचिव ने बताया कि बैठक में कोसी और गंडक परियोजनाओं से संबंधित सभी मुद्दों की विस्तृत समीक्षा की गई है. दोनों देश बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए आपस में सहयोग बढ़ाएंगे. इसको लेकर दोनों देशों के बीच सहमति बनी है.
कई मुद्दों पर सकारात्मक चर्चा:उन्होंने बताया कि बैठक में कोसी और गंडक प्रोजेक्ट के संचालन और संपोषण से जुड़े मुद्दे, प्रोजेक्ट क्षेत्र की सुरक्षा, बाढ़ से बचाव और नहर के संचालन में आने वाली कठिनाइयों से संबंधित मुद्दे पर भी चर्चा की गई. इसके अलावा सभी तरह के आकस्मिक विपक्षियों मुद्दों के निराकरण के लिए त्वरित समन्वय करने पर जोर दिया गया है. उन्होंने कहा कि बैठक का नतीजा काफी सकारात्मक रहा है. जिसका फायदा दोनों देशों को बाढ़ से कारगर तरीके से निपटने में मिलेगा.