पटना:इंडिया गठबंधन की चौथी बैठक में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को संयोजक बनाने पर कोई चर्चा नहीं हुई. इंडिया गठबंधन की बैठक में 8 से 10 संयुक्त रूप से सभा करने पर फिलहाल फैसला हुआ है. अब नीतीश कुमार के लिए असमंजस की स्थिति बन गई है, क्योंकि नीतीश कुमार नेइंडिया गठबंधन की बैठक से पहले ही अपने अभियान की घोषणा कर दी थी. बनारस में रैली भले ही ना हुआ हो लेकिन झारखंड में रैली अगले महीने होने वाली है. अब जदयू प्रवक्ता हिमराज राम का कहना है की गठबंधन का कार्यक्रम भी चलेगा और जदयू का अपना अभियान भी चलता रहेगा. बनारस में रैली होगी और बड़ी जुटान होगी.
21 को झारखंड में नीतीस कुमार करेंगे रैली: लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर नीतीश कुमार ने उत्तर प्रदेश, झारखंड, राजस्थान, मध्य प्रदेश, गुजरात महाराष्ट्र जैसे राज्यों में सभा करने का फैसला लिया था. इसकी शुरुआत प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र बनारस से 24 दिसंबर को शुरू करने वाले थे, लेकिन बनारस में जगह नहीं मिलने के कारण फिलहाल नीतीश कुमार की रैली स्थगित हो गई है. जदयू के नेता कह रहे हैं कि जनवरी में बनारस में भी रैली करेंगे और जदयू का जो अभियान है वह चलता रहेगा. भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी ने कहा था कि 21 जनवरी को झारखंड के रामगढ़ में रैली होगी. वह फाइनल है.
"बनारस में रैली भले ही ना हुआ हो लेकिन झारखंड में रैली अगले महीने होने वाली है. गठबंधन का कार्यक्रम भी चलेगा और जदयू का अपना अभियान भी चलता रहेगा. बनारस में हम लोगों की रैली होगी और बड़ी जुटान होगी."- हिमराज राम, प्रवक्ता जदयू
नीतीश के नाम की चर्चा तक नहीं:राजनीतिक विशेषज्ञ रवि उपाध्याय का कहना है कि नीतीश कुमार दबाव बनाने के लिए ही बनारस और झारखंड में रैली की इंडिया गठबंधन की बैठक से पहले ही घोषणा कर दी थी. अब नीतीश कुमार की कोई चर्चा ही नहीं की गई. यहां तक की बिहार में सीट शेयरिंग के फार्मूला में तमिलनाडु के मुख्यमंत्री स्टालिन ने लालू यादव को लीड करने की बात कह दी. जदयू के नेता भले ही नीतीश कुमार को प्रधानमंत्री पद के लिए योग्य उम्मीदवार बता रहे थे.