पटना: भाजपा विरोधी दलों के गठबंधन 'इंडिया' की अब तक तीन बैठक हो चुकी है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विपक्षी दलों को एकजुट करने के सूत्रधार माने जाते हैं. पटना में पहली बैठक नीतीश कुमार ने ही की थी. दूसरी बैठक बेंगलुरु में हुई और तीसरी बैठक मुंबई में. अब चौथी बैठक दिल्ली में होने जा रही है. पूरे देश की बैठक पर नजर है. जदयू के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि इंडिया गठबंधन की बैठक से भाजपा को 33000 वोल्ट का राजनीतिक करंट लगने वाला है.
"इंडिया गठबंधन गैर भाजपा दलों की एकजुटता, वोट के बंटवारा को रोका जाना और एक सीट पर विपक्ष का साझा उम्मीदवार देने की तैयारी कर रहा है. इसलिए बीजेपी के नेता झटका पर ध्यान केंद्रित कीजिए. बाकी सारी चीज तो जनता खुद देख लेगी."- नीरज कुमार, मुख्य प्रवक्ता, जदयू
सीट शेयरिंग पर होगी चर्चाः दिल्ली में होने वाली बैठक में एक बार फिर से विपक्ष के 25 से अधिक दलों के नेता जुटेंगे. बिहार से राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव दिल्ली रवाना हो गए हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी आज दोपहर बाद दिल्ली रवाना हो जाएंगे. इंडिया गठबंधन की होने वाली बैठक में पहले से ही यह तय है कि इस बार गठबंधन के घटक दलों के बीच सीट शेयरिंग को लेकर चर्चा होगी. इसके अलावा भाजपा के खिलाफ साझा अभियान चलाने पर भी चर्चा होगी. चेहरा और संयोजक बनने पर भी फैसला लिया जा सकता है.
अहम है यह बैठकः पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में भाजपा को राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ में जबरदस्त जीत हासिल हुई है. कांग्रेस को तेलंगाना में जीत मिली, लेकिन तीन महत्वपूर्ण राज्यों में कांग्रेस की हार के बाद कांग्रेस की स्थिति कुछ कमजोर हुई है. इंडिया गठबंधन के घटक दलों के नेताओं की ओर से निशाना भी साधा गया था. इसलिए बीजेपी के खिलाफ आगे 2024 के लिए रणनीति को लेकर इंडिया गठबंधन की 19 दिसंबर को होने वाली बैठक अहम है.