पटना: लोकसभा चुनाव 2024 से पहले पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव हो रही थी. राजनीतिक विश्लेषक इस चुनाव को लोकसभा चुनाव के सेमीफाइनल के रूप में देख रहा था. उधर, कर्नाटका विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को मिली जीत के बाद इंडिया गठबंधन भी काफी उत्साहित था. लेकिन, आज जो चार राज्यों का चुनाव परिणाम आया उससे इंडिया गठबंधन को निराशा हाथ लगी है. राजनीतिक विश्लेषकों की मानें तो तीन राज्यों में बीजेपी को मिली जीत के बाद इंडिया गठबंधन के घटक दल को एकजुट रखना बड़ी चुनौती होगी.
नतीजों के बाद दोनों गठबंधनों के दावेः पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव में से चार राज्यों का रिजल्ट आज आ गया है. तीन राज्यों में बीजेपी को जबरदस्त जीत हासिल हुई है. तेलंगाना में कांग्रेस को जीत मिली है. लेकिन, वहां कांग्रेस की लड़ाई बीआरएस से थी. बीजेपी मुख्य लड़ाई में नहीं थी. इसलिए 2024 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी की तरफ से दावे शुरू हो गए हैं. भाजपा प्रवक्ता प्रेम रंजन पटेल ने कहा कि "2024 के लोकसभा चुनाव में अब तक जितने भी चुनाव हुए हैं उससे अधिक सीट बीजेपी को मिलेगी."रिजल्ट आने के बाद जदयू और राजद नेता खुलकर बोलने से बच रहे हैं. जदयू के वरिष्ठ नेता और मंत्री विजय कुमार चौधरी का कहना है कि "नतीजों से भविष्य के लिए सकारात्मक संदेश निकलेगा."
कांग्रेस कितना समझौता कर सकती हैः राजनीतिक विश्लेषक रवि उपाध्याय का कहना है कि बीजेपी को जिस प्रकार से तीन राज्यों में जबरदस्त जीत हासिल हुई है, इंडिया गठबंधन के घटक दलों के बीच एकजुटता बनाए रखना सबसे बड़ी चुनौती होगी. अभी तक इंडिया गठबंधन के संयोजक पद पर फैसला नहीं हुआ है. यदि कांग्रेस का प्रदर्शन बेहतर होता तो कांग्रेस का अपर हैंड होता है. लेकिन, अब वह स्थिति नहीं है. इसके अलावा सीटों के बंटवारे पर भी कोई चर्चा शुरू नहीं हुई है. जिन राज्यों में कांग्रेस का गठबंधन के घटक दलों के साथ मुकाबला होता है, वहां सीटों का बंटवारा आसान नहीं होगा. इंडिया गठबंधन की एकजुटता बहुत हद तक कांग्रेस पर निर्भर है. कितना कांग्रेस समझौता कर पाती है.
इंडिया गठबंधन की एकजुटता चुनौतीः2024 लोकसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी को रोकने के लिए विपक्षी दलों ने इंडिया गठबंधन बनाया है. पटना में विपक्षी दलों की पहली बैठक हुई. उसके बाद बेंगलुरु और फिर मुंबई में बैठक हो चुकी है. लेकिन, इस बीच पांच राज्यों का चुनाव आ गया. इंडिया गठबंधन की गतिविधियां पिछले कुछ समय से ठप पड़ गयी थी. एक कार्यक्रम में नीतीश कुमार ने इस मुद्दे पर कांग्रेस की आलोचना भी की थी. तब कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने दूसरे दिन ही नीतीश कुमार से फोन पर बात की थी. पांच राज्यों में चुनाव के दौरान इंडिया गठबंधन में एकजुटता नहीं दिखी थी. एक दूसरे के खिलाफ बयानबाजी भी कर रहे थे. अब जो जानकारी मिल रही है 6 दिसंबर को कांग्रेस की तरफ से दिल्ली में इंडिया गठबंधन की बैठक बुलाई गई है.