पटना: बिहार में कोरोना का संक्रमण बहुत तेजी से बढ़ रहा है. आंकड़ा हजार के पार पहुंच चुका है. बढ़ते संक्रमण को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग भी तैयारियों में जुट गई है. सरकार ने स्वास्थ्य कर्मियों की छुट्टी रद्द करने का फैसला लिया है. 31 मई तक तमाम स्वास्थ्य कर्मियों की छुट्टी रद्द कर दी गई है. तमाम चिकित्सक, मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य, प्राध्यापक, टेक्नीशियन और संविदा कर्मियों की छुट्टी रद्द की गई है. बढ़ते संक्रमण को देखते हुए सरकार एहतियात बरत रही है.
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अध्ययन, मातृत्व अवकाश को दी वरीयता
बिहार सरकारके स्वास्थ्य विभाग के विशेष कार्य पदाधिकारी एसएसए पांडेय ने मंगलवार को जारी आदेश को तत्काल प्रभाव से लागू करने को कहा है. आदेश में अध्ययन और मातृत्व अवकाश को वरीयता दी गई है. बाकी के सभी तरह के अवकाश को रद्द करते हुए छुट्टी पर गए कर्मियों को तत्काल प्रभाव से काम पर लौटने के आदेश दिए गए हैं.
अलर्ट मोड पर स्वास्थ्य विभाग
एसएस पांडेय ने कहा कि कोरोना का संक्रमण अप्रत्याशित रूप से बढ़ रहा है. संक्रमण की रोकथाम और बचाव को लेकर स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से अलर्ट है. संक्रमण से बचाव को लेकर विशेष चौकसी की आवश्यकता है. ऐसे में तमाम चिकित्सक, मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य, प्राध्यापक, टेक्नीशियन और संविदा कर्मियों की छुट्टी रद्द की गई है. वर्तमान में जो चिकित्सा पदाधिकारी और स्वास्थ्य कर्मी अवकाश पर हैं, उन्हें अविलंब अपने काम पर लौटने के आदेश दिए गए हैं.