पटना:बिहार में कोरोना के अब तक एक भी मरीज नहीं मिले हैं. लेकिन, सरकार के उठाए कदम ने राजनीतिक दलों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं. कोरोना का असर यह है कि सभी पार्टियों ने अपने कार्यक्रम रद्द कर दिए हैं. चुनावी साल में पटना जलजमाव के कारण नाराजगी झेल रहे विधायक अरुण सिन्हा के मंसूबे पर भी कोरोना ने पानी फेर दिया. मौजूदा हालातों में कोरोना के खलल ने पार्टियों को अब नई रणनीति बनाने पर मजबूर कर दिया है.
बीजेपी कार्यालय (फाइल फोटो) चुनावी साल में झटका
बिहार में इस साल चुनाव होना है. आरजेडी और बीजेपी का प्रशिक्षण कार्यक्रम राजगीर में होना था. लेकिन, कोरोना वायरस के कारण दोनों पार्टियों को प्रशिक्षण कार्यक्रम रद्द करना पड़ा है. तेजस्वी यादव की बेरोजगारी हटाओ यात्रा और चिराग पासवान की बिहारी फर्स्ट यात्रा पर भी कोरोना का असर पड़ा है. आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी का कहना है फिलहाल मुश्किलें जरूर बढ़ी हैं, लेकिन जल्द ही इससे हम बाहर आ जाएंगे.
बीजेपी ने रद्द किया कार्यक्रम
इस क्रम में बीजेपी नेताओं के भी कार्यक्रम रद्द हो रहे हैं. राजगीर में प्रशिक्षण कार्यक्रम में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी आने वाले थे. लेकिन, सबसे बड़ा झटका विधायक अरुण सिन्हा को लगा है. पटना में जलजमाव से लोगों की नाराजगी झेल रहे बीजेपी से कुम्हरार विधायक अरुण सिन्हा के मंसूबे भी अधूरे रह गए हैंय अरुण सिन्हा होली मिलन का बड़ा कार्यक्रम करने वाले थे और होली के बहाने ही लोगों की नाराजगी दूर करने की कोशिश करने वाले थे. लेकिन, कोरोना ने उनके मंसूबे पर फिलहाल पानी फिर गया है. बड़ी पार्टियों के अलावा हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा सेकुलर और लोक जनशक्ति पार्टी के कार्यक्रम भी रद्द हो गए हैं. पार्टियों को अपनी नई रणनीति बनाने पर कोरोना ने मजबूर कर दिया है.