पटना: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने स्वास्थ्य कर्मियों को राहत पैकेज देने का ऐलान किया है. इसके बाद बिहार इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की शाखा ने इस पैकेज का स्वागत किया है. हालांकि आईएमए ने स्वास्थ्य कर्मियों को जो बीमा 50 लाख रुपये की गई है, उसे बढ़ाकर एक करोड़ रुपए करने की मांग की है.
आईएमए बिहार ने केंद्र के घोषित राहत पैकेज को सराहा, कहा- स्वास्थ्य बीमा भी हो 1 करोड़ - Economic package
आईएमए बिहार ने केंद्र के स्वास्थ्य पैकेज को सराहा है. आईएमए के प्रेसिडेंट डॉ. विमल कारक ने कहा कि 'कोविड-19' के टेस्ट किट और जांच लैब के लिए 550 करोड़ की जो राशि प्रदान की गई है. उससे कोरोना वायरस से लड़ाई में काफी मदद मिलेगी.
राहत पैकेज पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए बिहार आईएमए के प्रेसिडेंट डॉ. विमल कारक ने बताया कि केंद्र सरकार की ओर से आज जो स्वास्थ्य विभाग को राहत पैकेज दिया गया है, ये सराहनीय है. उन्होंने कहा कि पैकेज से 50% संतुष्टि मिली है और यह 100% हो सकती है अगर स्वास्थ्य कर्मियों के बीमा राशि 50 लाख से बढ़ाकर एक करोड़ की जाती है. साथ ही उन्होंने बताया कि आईएमए शुरू से मांग करता रहा है कि स्वास्थ्य कर्मियों की बीमा एक करोड़ की जाए.
'कोरोना से लड़ाई में मिलेगी काफी मदद'
डॉ. विमल कारक ने कहा कि 'कोविड-19' के टेस्ट किट और जांच लैब के लिए 550 करोड़ की जो राशि प्रदान की गई है. उससे कोरोना वायरस से लड़ाई में काफी मदद मिलेगी और जांच की रफ्तार भी तेज होगी. उन्होंने कहा कि सरकार ने 15000 करोड़ स्वास्थ्य विभाग को कोरोना योद्धाओं के लिए दिया है. इसका लाभ देश की जनता को मिलेगा. साथ ही उन्होंने बताया कि जिस प्रकार से ये संक्रमण फैला हुआ है आने वाले समय में भी इस संक्रमण के खत्म होने की उम्मीद नजर नहीं आ रही है.