पटना:अवैध बालू खनन (Illegal Sand Mining) को लेकर राज्य सरकार के निर्देश पर बिहार पुलिस (Bihar Police) और खनन विभाग की तरफ से लगातार कार्रवाई करने के बाद भी बालू की लूट नहीं रुक रही. बालू खनन पर रोक के बाद भी सोन नदी में अवैध खनन किया जा रहा है. इसे रोकने के लिए खनन विभाग और स्थानीय पुलिस की ओर से लगातार कार्रवाई की जा रही है.
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खनन विभाग के अधिकारियों और भोजपुर एसपी विनय तिवारी के नेतृत्व में चलाए जा रहे अभियान के तहत रविवार को 9 नाव के साथ 40 मजदूरों को पकड़ा गया था. सोमवार को भी डेढ़ दर्जन नाव जब्त किया गया. पुलिस द्वारा लगातार कार्रवाई करने पर भी बालू माफिया बाज नहीं आ रहे हैं. पुलिस के हटते ही देर शाम बालू के अवैध कारोबार में संलिप्त धंधेबाज सैकड़ों की संख्या में नाव लेकर कोइलवर पुल के करीब बालू खनन में जुट जाते हैं. बालू माफियाओं में पुलिस का खौफ नहीं दिख रहा है.
"बालू खनन कुछ जिलों में सीमित है. इन जिलों में अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की गई है. अवैध बालू खनन के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है. पिछले कुछ दिनों में भोजपुर, सारण, औरंगाबाद, रोहतास और कैमूर में बड़ी संख्या में अवैध बालू खनन से जुड़े केस दर्ज हुए हैं. आरोपियों की गिरफ्तारी हुई है. यह अभियान लगातार चलता रहेगा."जितेंद्र कुमार, एडीजी, पुलिस मुख्यालय
अवैध बालू खनन के संबंध में पटना में 2018 से 2021 के दौरान 425 एफआईआर दर्ज किए गए. इनमें से 295 में चार्जशीट दाखिल हुई और 579 लोगों की गिरफ्तारी हुई. बांका में 2019 से 2021 के बीच 486 एफआईआर दर्ज किए गए और 250 लोगों को गिरफ्तार किया गया. जमुई में मार्च 2020 से लेकर अब तक 51 प्राथमिकी दर्ज कर 28 लोगों को गिरफ्तार किया गया.