पटनाः देशभर में जारी लॉकडाउन के कारण चुनावी साल में राजनीतिक गतिविधियां ठप हैं. कोरोना महामारी का इफ्तार पार्टियों पर भी जबरदस्त असर पड़ा है. इस बार मुख्यमंत्री आवास से लेकर कहीं भी इफ्तार का आयोजन नहीं हुआ. चुनावी साल में इफ्तार पार्टी के बहाने खूब सियासत होती रही है, लेकिन इस बार इस पर कोरोना का ब्रेक लग गया है.
सियासी मंसूबे के संकेत
25 मई को ईद है, लेकिन पहली बार ऐसा हो रहा है कि बिहार में कहीं भी इफ्तार पार्टी का आयोजन नहीं किया गया. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हर साल धूमधाम से अपने आवास पर इफ्तार का आयोजन करते थे. जिसमें कई दलों के नेता शामिल होते थे. जेडीयू, लोजपा, आरजेडी, कांग्रेस और अन्य दलों की ओर से भी इफ्तार का आयोजन किया जाता रहा है. जिसमें पहुंचकर कई नेता अपने सियासी मंसूबे के संकेत देते रहे हैं.