पटना:रमजान के महीने में बिहार में इन दिनों सियासी इफ्तार का दौर चल रहा है. महागठबंधन के घटक दलों की ओर से लगातार दावते इफ्तार का आयोजन हो रहा है. इसी कड़ी में आज महागठबंधन के सहयोगीपूर्व सीएम जीतनराम मांझीकी ओर से दावत-ए-इफ्तार का आयोजन किया गया. मांझी के आवास पर आयोजित होने वाली इफ्तार पार्टी में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी शामिल हुए. महागठबंधन के घटक दलों के कई वरिष्ठ नेता भी दावत-ए-इफ्तार में शामिल हुए. हालांकि हम की ओर से दिए गए इस इफ्तार में सभी दलों को आमंत्रित किया गया.
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बिहार में इफ्तार पार्टी का दौर: इससे पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सरकारी आवास पर इफ्तार दे चुके हैं और उसके बाद जेडीयू की तरफ से हज भवन में इफ्तार पार्टी का आयोजन किया गया था, जिसमें भी महागठबंधन के सभी दलों के नेता शामिल हुए थे. उसके बाद लालू परिवार की ओर से तेजस्वी यादव ने राबड़ी आवास पर इफ्तार दिया था. उसमें भी महागठबंधन के सभी दलों के नेता शामिल हुए थे. इसके अलावा चिराग पासवान और पप्पू यादव भी सबको पहुंचकर वहां चौक आया था.
बीजेपी ने इफ्तार से बनाई दूरी:बीजेपी की ओर से मुख्यमंत्री के दावते इफ्तार का बहिष्कार किया गया था. वहीं महागठबंधन के घटक दलों की ओर से आयोजित इफ्तार पार्टी में भी बीजेपी के नेता नहीं पहुंच रहे हैं. बिहार शरीफ और सासाराम में हुई हिंसा के बाद इस तरह के आयोजन पर सवाल भी खड़ा कर रहे हैं. अभी मोतिहारी में जहरीली शराब से कई लोगों की मौत हुई है और उसके बाद हो रहे दावते इफ्तार पर भी सवाल खड़ा होना तय है.