CM नीतीश के आवास पर इफ्तार पार्टी का आयोजन पटना: बिहार के सीएम नीतीश कुमार के आवास पर इफ्तार पार्टी का आयोजन किया गया. इफ्तार पार्टी में शामिल होने के लिए डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव, सीएम आवास पहुंचे. वहीं मंत्री जमा खान भी सीएम आवास पर मौजूद रहे. इफ्तार पार्टी में शामिल होने के लिए जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह, जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा और मंत्री संजय झा भी मौजूद थे.
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सीएम आवास पर इफ्तार पार्टी:एक बात तो साफ है बिहार में इफ्तार पार्टी को लेकर सियासत भी खूब होती है. इस बार भी इसपर सियासत की पूरी संभावना है. क्योंकि विपक्ष के पास कई मुद्दे हैं. सबसे बड़ा मुद्दा तो बिहार हिंसा है. रामनवमी के बाद बिहार में भड़की हिंसा के बाद इफ्तार पार्टी को विपक्ष इतनी आसानी से नहीं भूलेगा और ना ही भूलने देगा. हिंसा के बाद इफ्तार पार्टी करने को लेकर सियासत होने की पूरी संभावना बन रही है. हालांकि रमजान के पाक महीने में सभी दलों की ओर से इफ्तार की पार्टी आयोजित करना कोई नई बात नहीं है.
सभी दलों के लिए अहम है इफ्तार:सीएम नीतीश के सरकारी आवास 1 अण्णे मार्ग पर शुक्रवार यानी कि आज इफ्तारी, इफ्तार पार्टी में शामिल हो रहे हैं. महागठबंधन के सभी नेता, कार्यकर्ता इसमें शामिल होंगे. इफ्तार के आयोजन के पीछे वोट बैंक की राजनीति को भी वजह माना जा सकता है. वहीं सीएम आवास के बाद 9 अप्रैल को पूर्व सीएम राबड़ी देवी के आवास पर भी पार्टी आयोजित की गई है. 10 सर्कुलर रोड पर दावत-ए-इफ्तार में सभी नेताओं का जुटान होगा. राबड़ी आवास की इफ्तार कई मायनों में खास होती है. आपको याद होगा जब सीएम नीतीश सीएम हाउस से राबड़ी आवास तक पैदल यात्रा करते हुए 2022 में इफ्तार पार्टी में शरीक हुए थे. उसके बाद बिहार की राजनीति की हंडी में जो खिचड़ी पकी को बीजेपी को पसंद नहीं आई. महागठबंधन की सरकार अस्तित्व में आई.
जेडीयू के इफ्तार पर सियासत: कांग्रेस और हम पार्टी भी इफ्तारियों व रोजेदारों को इफ्तार की पार्टी के बहाने एकजुट करती रही है. हालांकि इस बार दोनों ने ही अबतक इस बाबत कोई घोषणा नहीं की है. वहीं बीते दिनों जेडीयू एमएलसी खालिद अनवर की इफ्तार पार्टी में सीएम नीतीश कुमार ने शिरकत की थी. लेकिन इस इफ्तार पार्टी में बैक ग्राउंट में लाल किला का पोस्टर लगाया गया था. ऐसा लग रहा था कि जदयू नेता सीएम नीतीश को पीएम के तौर पर प्रमोट कर रहे हैं. कुल मिलाकर इफ्तार पार्टी के बहाने सियासत और इफ्तार पार्टी पर सियासत होती रहती है. इस बार भी इसकी पूरी संभावना है.