पटना:गर्मियों के दिन में भी यदि आपके हाथ और पैर ठंडे रह रहे हैं तो इसे कतई हल्के में ना लें. यह गंभीर बीमारियों के भी संकेत हो सकते हैं. महिलाओं में इस प्रकार के लक्षण है तो संभव है कि वह न्यूट्रिशस एनीमिया (Nutritional Anemia) से पीड़ित है और उन्हें तत्काल इलाज की आवश्यकता है. इन सबके अलावा इस प्रकार के लक्षण हैं तो हार्ट और फेफड़े की बीमारी भी हो सकती है, क्योंकि कई बार जब शरीर में खून का प्रवाह सही से नहीं होता है तो हाथ और पांव ठंडे पड़ने लगते हैं.
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गंभीर बीमारी के लक्षण: पटना के मशहूर फिजीशियन डॉ दिवाकर तेजस्वी (Physician Dr Diwakar Tejaswi) कहते हैं कि अगर गर्मी में भी हाथ और पैर ठंडे रहते हैं (Hands and Feet Remain Cold Even in Summer) तो इसके कई कारण हो सकते हैं. पहला कारण यह है कि हो सकता है कि शरीर में खून की कमी हो गई है, जिसे न्यूट्रिशस एनीमिया कहते हैं. इस स्थिति में ऑक्सिजनेटेड ब्लड शरीर के कई हिस्सों में सही तरीके से नहीं पहुंच पाता और इस वजह से हाथ और पांव ठंडे पड़ जाते हैं.
हृदय संबंधी बीमारी से पीड़ित: डॉ. दिवाकर तेजस्वी कहते हैं कि दूसरी वजह यह हो सकती है कि व्यक्ति हृदय संबंधी बीमारी से पीड़ित हो. शरीर में ब्लड का ऑक्सीजनेशन हृदय से होता है और हृदय में कहीं ब्लॉकेज है, छेद है या कोई अन्य समस्या है तो शरीर मैं खून सही तरीके से पंप नहीं करता और शरीर में खून का प्रवाह धीमा पड़ जाता है और कई जगहों पर खून नहीं पहुंच पाता है. जिस वजह से हाथ और पांव ठंडे पड़ जाते हैं.
ऑक्सीजन सप्लाई सही से नहीं:इसके अलावा यदि किसी को फेफड़े संबंधित कोई बीमारी है तो उस मामले में भी शरीर में ऑक्सीजन की सप्लाई सही से नहीं होता है और हाथ और पांव ठंडे पड़ने लगते हैं. साथ ही गर्मी के मौसम में यदि किसी को लू लग जाता है और उल्टी दस्त अधिक होता है तो इस स्थिति में भी शरीर में लवण की कमी हो जाती है और हाथ और पांव ठंडे पड़ जाते हैं.