पटना:राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के कई किस्से मशहूर हैं. ब्यूरोक्रेसी से पेश आने का लालू यादव का अंदाज निराला था. अब जबकि महागठबंधन की सरकार है तब एक बार फिर लालू यादव अपने पुराने अंदाज में दिख रहे हैं. अधिकारी भी लालू प्रसाद यादव की आवभगत में कोई कमी नहीं कर रहे हैं. वहीं बीजेपी लालू के एक वीडियो को लेकर हमलावर है. इस वीडियो में ड्यूटी के दौरान एसडीपीओ अनुराग कुमार ने लालू यादव को बारिश से बचाने के लिए छाता लगाया. इन तस्वीरों के सामने आने के बाद इस पर बवाल हो रहा है.
'Lalu Yadav जब सीएम थे तब IAS अधिकारी उनका थूकदान उठाते थे..' सुशील मोदी ने नीतीश कुमार से किया बड़ा सवाल - SDPO Anurag Kumar
आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव अपने पैतृक गांव गोपालगंज के फुलवरिया पहुंचे. इस दौरान लालू का दौरा विवादों में आ गया है. लालू को बारिश से बचाने के लिए एसडीपीओ साहब खुद छाता लेकर लालू के साथ-साथ चलते दिखे. इस वीडियो के सामने आने के बाद से बीजेपी हमलावर है. सुशील मोदी ने तंज कसते हुए कहा कि लालू जब मुख्यमंत्री थे तब आईएएस अधिकारी उनका थूकदान उठाया करते थे.
लालू यादव को SDPO ने छाता लगाया: राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव अपने पैतृक निवास गोपालगंज के फुलवरिया गए हुए हैं. लालू प्रसाद यादव के स्वागत में पूरा प्रशासनिक अमला लगा हुआ है. गोपालगंज में एसडीपीओ ने लालू प्रसाद यादव की खातिर अपने अंदाज में की और छाता लेकर उन्हें गंतव्य स्थल तक पहुंचाने का काम किया. सुशील मोदी को लालू प्रसाद यादव का यह अंदाज नागवार गुजरा. सुशील मोदी ने नीतीश सरकार पर हमला बोल दिया और ब्यूरोक्रेसी के हालात पर चिंता व्यक्त की.बता दें कि ड्यूटी के दौरान किसी सरकारी ऑफिसर के द्वारा किसी नेता को छाता लगाना ड्यूटी के नियम के खिलाफ है.
'IAS अधिकारी उनका थूकदान उठाया करते थे': राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने ट्वीट कर कहा कि लालू जब मुख्यमंत्री थे तब आईएएस अधिकारी उनका थूकदान उठाया करते थे, अब तो गनीमत है कि एसडीपीओ साहब लालू के लिये छाता उठाकर चल रहे हैं. नीतीश जी का यही सुशासन है? नीतीश जी ऐसे एसडीपीओ पर कार्रवाई करने की हिम्मत दिखायेंगे?
पत्नी राबड़ी देवी और बेटे तेज प्रताप भी लालू के साथ: बता दें कि लालू यादव अपने पैतृक गांव फुलवरिया में कुछ पल बिताने के लिए सोमवार को अपने रथ से पटना से गोपालगंज के लिए रवाना हुए थे. गोपालगंज सर्किट हाउस में रात को विश्राम करने के बाद मंगलवार सुबह सभी थावे दुर्गा मंदिर पहुंचकर पूजा अर्चना की.