पटना: शनिवार को पटना के गांधी मैदान में दूसरे चरण के शिक्षक बहाली में सफल हुए शिक्षक अभ्यर्थियों को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नियुक्ति पत्र दिया. लेकिन इस बार पहले चरण की बहाली में जो उत्साह शिक्षकों में देखने को मिला था, वह इस बार नहीं मिला. इसका कारण सिर्फ और सिर्फ केके पाठक रहे. शिक्षकों ने कैमरे के सामने स्पष्ट कहा कि इस कार्यक्रम में उन्होंने केके पाठक को बहुत मिस किया.
नवनियुक्त शिक्षिका सोनिका कुमारी ने कहा कि विद्यालय में पूरे कर्तव्य निष्ठा से बच्चों को पढ़ाएंगी और कोशिश करेंगी कि बच्चे बिहार का नाम रोशन करें. उन्होंने कहा कि ''जब वैकेंसी निकली थी तो नहीं उम्मीद थी कि इतनी जल्दी परीक्षा भी हो जाएगी. नियुक्ति पत्र भी हाथों में मिल जाएगा. लेकिन इस सबका श्रेय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और केके पाठक को है. केके पाठक नहीं होते तो इतने पारदर्शी तरीके से इतनी सफलतापूर्वक यह नियुक्ति प्रक्रिया संपन्न नहीं हो पाती.''
''परीक्षा के 5 दिन बाद ही रिजल्ट आ गया और ट्रेनिंग के लिए भेज दिया गया. आज के कार्यक्रम में केके पाठक को बहुत मिस किया है और यदि वह होते तो हम लोग का उत्साह और अधिक होता.''- सोनिका कुमारी, शिक्षिका, बिहार
नव नियुक्त शिक्षिका कंचन रानी ने कहा कि ''पटना जिले से हैं, लेकिन पूर्वी चंपारण के लिए उनकी पदस्थापना हुई है. कभी सोचा नहीं था कि इतनी जल्दी फॉर्म भरने के बाद परीक्षा और ट्रेनिंग के बाद नियुक्ति पत्र भी हाथों में आ जाएगा. इतनी तीव्र गति में यह बहाली प्रक्रिया जिस साफ सुथरे ढंग से पूरी की गई है इसका पूरा श्रेय केके पाठक को जाता है. केके पाठक जिस प्रकार शिक्षा विभाग में काम कर रहे हैं, ऐसा लग रहा है कि बिहार में शिक्षा की दशा और दिशा दोनों बदलेगी और यह बहुत जरूरी भी था. उन्हें अभी विभाग में रहना चाहिए.''
नव नियुक्त शिक्षिका कामिनी कुमारी ने कहा कि आज उनके हाथों में यह नियुक्ति पत्र है. यह सिर्फ और सिर्फ एक शख्स केके पाठक की बदौलत है. उन्होंने कहा कि आज की इस कार्यक्रम में वह केके पाठक को बहुत मिस कर रही हैं और यदि केके पाठक इस कार्यक्रम में होते तो उनके चेहरे की खुशी चार गुनी अधिक होती. वह केके पाठक सर से आग्रह करेगी कि आप प्लीज विभाग में आइए, इस विभाग को आपकी बहुत जरूरत है.