पटना:बिहार समेत पूरे देश में साइबर अपराधी नए-नए तरीकों से लोगों को ठग रहे हैं. प्रदेश में साइबर फ्रॉड से जुड़े मामलों में इजाफा देखने को मिला है. सरकार और बैंकों के तमाम प्रचार अभियान और सतर्कता के बावजूद लोग इन साइबर ठगों के शिकार बन रहे हैं. साल 2020 से लेकर अब तक साइबर फ्रॉड के मामलों में लगभग 300 प्रतिशत की वृद्धि हुई है.
ट्रेनिंग देने आए 16 ठग गिरफ्तार
बिहार में साइबर क्राइम के कई ऐसे केस सामने आए, जिसमें लोगों ने जरा सी चूक से साइबर ठगों की ठगी के चलते अपनी मेहनत की गाढ़ी कमाई से हाथ धो बैठे. लेकिन गया में एक बिल्कुल अलग मामला सामने आया है. पुलिस ने बोधगया के निजी होटल से 16 ठगों को गिरफ्तार किया. सभी ठग स्थानीय ठगों को प्रशिक्षण देने के लिए पिछले एक महीने से रूके हुए थे. गिरफ्तार युवकों में 9 युवक कर्नाटक राज्य के रहने वाले हैं. सभी आरोपी निजी होटल में साइबर अपराधियों को ट्रेनिंग दे रहे थे.
क्या कहते हैं साइबर एक्सपर्ट ?
पूरे मामले पर साइबर एक्सपर्ट अभिनव सौरव ने बताया कि ये अपने आप में ऐसा पहला मामला हैं जहां साइबर ठगी की ट्रेनिंग देने आए 16 ठगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर किया है. ट्रेनिंग देने आए ठग ये बताने आए थे कि आपर लोगों को किन-किन तरीकों से ठग सकते हैं. यो थोड़ा सा नया तरीका है क्योंकि इसमें लोगों को पिछले एक महीने से फिजिकली ट्रेनिंग दी जा रही थी.
'सभी गिरफ्तार ठग ऑनलाइन शॉपिंग करने वाले लोगों को कैसे ठगी का शिकार बनाया जाए इसकी ट्रेनिंग देने आए थे. इनके पास ऑनलाइन शॉपिंग करने वाले लोगों की जानकारी थी. ये ठग ऐसे लोगों की जानकारी लेकर उनकी ऑनलाइन शॉपिंग के बदले इनाम का ऑफर देकर अपने जाल में फंसाते थे और ठगी करते थे.'- अभिनव सौरव, साइबर एक्सपर्ट
होटल के बंद कमरे में ठग कर रहे थे पार्टी
दरअसल, गया पुलिस को गुप्त सूचना प्राप्त हुई थी कि ऑनलाइन ठगी करने वाले अपराधी एक माह से बोधगया क्षेत्र में सक्रिय हैं. और एक निजी होटल में रुके हुए हैं. सूचना के आधार पर गया पुलिस सिटी एसपी राकेश कुमार के नेतृत्व में त्वरित एक टीम गठित की गई. पुलिस टीम ने देर न करते हुए देर रात होटल की घेराबंदी कर होटल के कमरों में छापेमारी की. छापेमारी के दौरान होटल के बंद कमरे में 16 शातिर ऑनलाइन ठग पार्टी कर रहे थे. जिन्हें पुलिस ने गिरफ्तार किया.
'सिटी एसपी के नेतृत्व में 6 लोगों की टीम बनायी गई थी. जिसमें अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी बोधगया के साथ टेक्निकल टीम भी शामिल थी. बोधगया के एक होटल से ऑनलाइन ठगी गिरोह के 16 सदस्यों को गिरफ्तार किया गया. इसमें 9 लोग कर्नाटक हैं. जो यहां के युवकों को ऑनलाइन ठगी करने के लिए प्रशिक्षण देने आए थे. इनके पास से भारी मात्रा में ऑनलाइन ठगी की सामग्री बरामद हुई है. साथ ही इनके पास से सोने के नकली सिक्के भी बरामद हुए.'-आदित्य कुमार, एसएसपी
शातिर 16 ठग लोगों को लगाते थे चूना
पुलिस की मुताबिक नालंदा के कतरीसराय क्षेत्र में ऑनलाइन ठगी करने वाले गिरोह से व्हाट्सएप के माध्यम से उन लोगों को नाम पता और मोबाइल नंबर ज्ञात हो जाता था. जो कि नापतोला, शॉपक्लूज या इसी प्रकार की अन्य कंपनियों से कुछ सामान का ऑर्डर करते थे. डिटेल प्राप्त होते ही यह तुरंत उसका प्रिंट निकाल कर व्हाट्सएप मैसेज डिलीट कर देते थे, ताकि कोई सबूत नहीं रह जाए.
लोगों को किया जा रहा सतर्क ठग इनाम के ऑफर का देते थे झांसा
ये ठग उन ग्राहकों को एक लिफाफा में स्क्रैच कूपन और पंपलेट डालकर पोस्ट कर देते थे. ग्राहक जब कूपन को स्क्रैच करता था तो यह समझ कर कि कोई लॉटरी लगी है और इनके दिए मोबाइल नंबर पर कॉल करता था. ग्राहक जिस राज्य और भाषा के समझने वाले होते थे. उसी की भाषा के अनुसार टीम के विभिन्न सदस्य बात करते थे.
ठगों का कई राज्यों में फैला नेटवर्क
इन साइबर ठगों का मुख्य टारगेट कर्नाटक, तमिलनाडु और तेलंगाना आदि राज्यों के ग्राहक होते थे. इसलिए वे वहां के लोगों के साथ मिलकर गिरोह चलाया करते थे. इसके बाद ये उसे गिफ्ट या लॉटरी बताकर ऑनलाइन पैसे मांगते थे. पैसा प्राप्त करने के लिए नवादा के बैंक का पासबुक और एटीएम आदि का इस्तेमाल करते थे. यह सभी ग्राहक को असली सोने के सिक्के देने के बजाय ग्राहकों को नकली सोने के सिक्के देकर ठगी करते थे.
ठगों का कई राज्यों में फैला नेटवर्क ठगों से ऑनलाइन ठगी की सामग्री बरामद
पुलिस को पकड़े गए सभी युवकों के पास से भारी मात्रा में 2 किलोग्राम के नकली सोने के सिक्के, 40 एटीएम कार्ड, 12 बैंक पासबुक, 24 स्मार्टफोन और 21 फीचर फोन, विभिन्न नापतोल और शॉपक्लूज कंपनी का स्क्रैच कार्ड, कलर प्रिंटर, 1700 लिफाफा, 1 किलोग्राम गांजा, 5 बोतल शराब , 16 कैन बियर, कई कंपनियों के कर्मचारी होने का नकली आईडी कार्ड, तीन मोटर साइकिल भारी मात्रा में कॉपी, डायरी, रजिस्टर और कई प्रकार के महंगे कपड़े, घड़ी, सिगरेट आदि बरामद हुए हैं.